क्या गिरगिट सच में रंग बदलता है, या यह सिर्फ आपकी आंखों का धोखा है? जानिए सच

अक्सर लोग मानते हैं कि गिरगिट अपने आसपास के वातावरण के अनुसार रंग बदल लेता है, हरे पत्तों के पास हरा, लकड़ी के पास भूरा या पत्थर के पास काला. लेकिन वैज्ञानिकों ने बताया है कि ऐसा नहीं है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 18 Sep, 2025 | 09:10 AM

Chameleon Color Change: “गिरगिट की तरह रंग बदलना” यह कहावत आपने जरूर सुनी होगी. आमतौर पर यह उन लोगों के लिए इस्तेमाल होती है जो परिस्थितियों के हिसाब से अपना व्यवहार या राय बदल लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गिरगिट सच में रंग बदलता है? और अगर बदलता है तो एक दिन में कितनी बार? आइए जानते हैं इस अनोखे जीव के रंग बदलने के रहस्य के बारे में.

क्या गिरगिट सच में रंग बदलता है?

अक्सर लोग मानते हैं कि गिरगिट अपने आसपास के वातावरण के अनुसार रंग बदल लेता है, हरे पत्तों के पास हरा, लकड़ी के पास भूरा या पत्थर के पास काला. लेकिन वैज्ञानिकों ने बताया है कि ऐसा नहीं है. गिरगिट की त्वचा पारदर्शी होती है और इसके नीचे पिगमेंट कोशिकाएं होती हैं, जिनमें लाल, पीला और काला रंग होता है. इसके अलावा, उसकी त्वचा में फोटोनिक क्रिस्टल्स की परत होती है, जो प्रकाश के प्रतिबिंब के अनुसार अलग-अलग रंग दिखाती है. इसका मतलब यह है कि गिरगिट का रंग बदलता नहीं, बल्कि उसकी त्वचा की बनावट अलग-अलग परिस्थितियों में अलग रंग दिखाई देती है.

गिरगिट रंग क्यों बदलता है?

गिरगिट रंग बदलने का इस्तेमाल कई उद्देश्यों के लिए करता है.

तापमान और मौसम के अनुसार: गर्म मौसम या तेज धूप में गिरगिट काला हो जाता है ताकि अधिक गर्मी सोख सके. ठंड या अंधेरे में इसका रंग हरा या हल्का हो जाता है ताकि शरीर की गर्मी बनी रहे.

सुरक्षा के लिए: जब कोई शिकारी पास होता है, तो गिरगिट अपने आसपास के रंग में घुल-मिल जाता है और नजर नहीं आता. यह तरीका उसे खुद को सुरक्षित रखने और शिकार को पकड़ने में मदद करता है.

भावनाओं के संकेत: गिरगिट अपने रंग के जरिए दूसरों को अपने मूड, गुस्सा या डर का संकेत देता है. यह उनके बीच संवाद करने का एक अनोखा तरीका है.

एक दिन में कितनी बार बदलता है रंग?

गिरगिट का रंग बदलना पूरी तरह से परिस्थितियों पर निर्भर करता है जैसे मौसम, तापमान, रोशनी, खतरा या भावनाएं. वैज्ञानिकों के अनुसार, गिरगिट दिनभर में कई बार रंग बदल सकता है. कुछ प्रजातियां तो हर कुछ मिनट में भी अपना रंग बदल देती हैं. यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है और गिरगिट के जीवन का अहम हिस्सा है.

गिरगिट की अनोखी दुनिया

गिरगिट की यह अद्भुत क्षमता उसे प्रकृति के नियमों के अनुसार जीवित रहने में मदद करती है. यह न केवल उसे शिकारी से बचाती है, बल्कि शिकार पकड़ने और दूसरे गिरगिटों से संवाद करने में भी काम आती है. गिरगिट का रंग बदलने का हुनर हमें यह सिखाता है कि जीव अपने वातावरण के अनुसार खुद को ढालकर सुरक्षित रह सकते हैं.

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