Uttar Pradesh News: किसानों को आपदा से फसल नुकसान पर रकम भरपाई के लिए शुरू की गई पीएम फसल बीमा योजना में बड़ा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है. करीब आधा दर्जन गांवों में गांव की जमीन से अधिक कृषि भूमि दिखाकर फसलों का बीमा कराकर जालसाजों में 5 करोड़ रुपये से अधिक राशि हजम कर ली. पीड़ित किसानों की शिकायत के बावजूद सुनवाई नहीं होने पर किसान संगठन के धरना-प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी तब हरकत में आए प्रशासन ने 15 दिनों के अंदर 11 आरोपियों को पकड़ा है, जबकि 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मामले से जुड़े एक अधिकारी को सस्पेंड किया गया है.
फसल बीमा योजना में भ्रष्टाचार का मामला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से जुड़ा हुआ है. महोबा में सक्रिय किसान संगठन जय जवान जय किसान एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलाब सिंह ने बताया कि जिले की कई तहसीलों में साल 2024 और 2025 के दौरान किसानों के बड़े पैमाने पर फसल बीमा कराया गया था. लेकिन, जब कुछ किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा नहीं मिला तो मामले में स्थानीय रूप से जांच पड़ताल शुरू की गई तो गांव की कुल जमीन से कई गुना अधिक जमीन पर फसलें दिखाकर बीमा कराया और पैसा हड़पे जाने की जानकारी पता चली. इसके बाद 18 अंगस्त 2025 को शिकायती पत्र देकर प्रशासन तक बात पहुंचाई गई. लेकिन, सुनवाई नहीं होने पर संगठन ने धरना प्रदर्शन किया.
चकबंदी के चलते ऑनलाइन वेरीफिकेशन नहीं होने का उठाया फायदा
उन्होंने कहा कि इसके बाद भी सुनवाई नहीं होने पर किसानों के साथ सामूहिक भूख हड़ताल पर जाने और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह को चिट्ठी लिखने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू की तो जालसाजी का खुलासा हुआ है. उन्होंने बताया कि करीब 2 सप्ताह में 11 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर ठीक से जांच हुई तो मामला 5 करोड़ से भी ज्यादा राशि का निकलेगा.
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जय जवान जय किसान एसोसिएशन के अनुसार शिवराज सिंह को लिखी चिट्ठी में बताया गया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में साल 2024 व 2025 में बड़े स्तर पर भ्रष्ट्राचार हुआ है. एसोसिएशन की ओर से कहा गया कि महोबा जिले की तहसील कुलपहाड़ के जैतपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बघौरा के ग्राम कर्रीजरीद जो गैर आबाद मौजा है और चकबंदी चल रही है. उन्होंने कहा कि ग्राम चकबंदी में होने के कारण कृषि भूमि का डाटा आनलाइन सत्यापित नहीं होता है बस इसी बात का फायदा बीमा माफियाओं ने उठाया और 2024 खरीफ सीजन में गांव के 17 किसानों के नाम से बीमा कराया और 35 लाख रुपये का क्लेम लिया है.
गांव के रकबे से 5 गुना ज्यादा दिखाकर कराया फसल बीमा
इसी तरह से ब्लॉक पनवाड़ी की लोदीपुरा के ग्राम सिमरिया में चकबंदी चल रही है जिसमें खरीफ 2024 में 147 किसानों के नाम पर 383.53 हेक्टेयर का बीमा कराया गया था, जबकि गांव का कुल क्षेत्रफल लगभग 275 हेक्टेयर ही है. बीमा माफियाओं ने 1.19 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम लिया. इतना ही नहीं माफियाओं ने इस वर्ष 2025 खरीफ सीजन में 1524.74 हेक्टेयर जो गांव के कुल रकबा से 5 गुना अधिक है. उस पर भी फसल बीमा करा लिया.
नकरा ग्राम पंचायत के ग्राम खंगरा में 2024 खरीफ सीजन में कुल 152 किसानों द्वारा 299.42 हेक्टेयर का बीमा कराकर बीमा क्लेम लिया गया. इसी तरह कुलपहाड़ तहसील के पास ग्राम इंदौरा में चकबंदी चल रही है, जिसमें खरीफ 2024 में 577 किसानों के जरिए 1204.46 हेक्टेयर का बीमा कराया गया था जबकि ग्राम का कुल क्षेत्रफल लगभग 250 हेक्टेयर ही है. बीमा माफियाओं ने ग्राम चकबंदी में होने का फायदा उठाकर ग्राम के क्षेत्रफल से अधिक क्षेत्रफल का बीमा कराया और क्लेम 76 लाख और फसल कटाई प्रयोग से 34 लाख कुल 1.10 करोड़ की राशि हडप ली.
चरखारी तहसील के गावों में 1.47 करोड़ की जालसाजी
चरखारी तहसील के ग्राम लुहारी में चकबंदी चल रही है जिसमें खरीफ 2024 में 396 किसानों की ओर से 1138 हेक्टेयर का बीमा कराया गया था, जबकि ग्राम का कुल क्षेत्रफल लगभग 800 हेक्टेयर ही है. बीमा माफियाओं ने ग्राम चकबंदी में होने के कारण अधिक क्षेत्रफल दिखाकर फर्जी तरीके से बीमा कराया और व्यक्तिगत क्लेम से 135 लाख और फसल कटाई प्रयोग से 12 लाख समेत कुल 1.47 करोड़ रुपये हड़पे. इतना ही नहीं 2025 खरीफ में 686 किसानों के नाम 2880.06 हेक्टेयर का बीमा कराया, जो ग्राम के लगभग क्षेत्रफल से 3 गुना से अधिक है.

किसान संगठन की चिट्ठी.
जिले के बाहर के व्यक्ति ने लीज पर जमीन लेकर हड़पी फसल बीमा राशि
एसोसिएशन ने कहा कि इसी तरह ग्राम भटेवरकला में गांव के रकबे 1200 हेक्टेयर की तुलना में जालसाजों ने 2024 में 1534.77 हेक्टेयर जमीन दिखाकर बीमा कराया और 78 लाख की राशि हड़प ली. अब इस साल 2025 में 3171.68 हेक्टेयर का बीमा करा लिया. वहीं, ग्राम पंचायत रिवई के ग्राम संतोषपुरा में जनपद के बाहर का व्यक्ति आया और खरीफ 2024 में स्वामी ब्रम्हानद की जमीन लीज पर ली और बीमा कराया. व्यक्ति ने व्यक्तिगत क्लेम के जरिए 55 लाख लूट के चला गया है. इसी तरह महोबा के पवा ग्राम पंचायत के ग्राम मुरानी में और ग्राम खेवरइया ज्योरैया में भी जालसाजी हुई है.
अबतक क्या-क्या कार्यवाही हुई
- किसान संगठन जय जवान जय किसान एसोसिएशन के अनुसार फसलों का बीमा करने वाली कंपनी इफ्को टोकियो इंशोरेंस के जिला प्रबंधक निखिल के खिलाफ जिला उप कृषि निदेशक महोबा द्वारा थाना कोतवाली महोबा में FIR संख्या 0387 दिनाक 27/08/2025 दर्ज करायी गयी है.
- वन विभाग (जंगल भूमि ) को अपनी भूमि बताकर बीमा कराने वालो के खिलाफ वन विभाग द्वारा जैतपुर रेंज के अंतर्गत थाना कुलपहाड़ में FIR संख्या 0254 दिनाक 12/09/2025 दर्ज करायी गयी है.
- चकबंदी विभाग के तहत आने वाले ग्राम सिमरिया में चकबंदी लेखपाल की ओर से ग्राम सभा की भूमि में बीमा कराने वालों के खिलाफ थाना पनवाड़ी में FIR संख्या 0254 दिनाक 12/09/2025 दर्ज करायी गई है.
- चकबंदी विभाग के तहत आने वाले ग्राम इंदौरा में चकबंदी लेखपाल की ओर से ग्राम सभा की भूमि में बीमा कराने वालों के खिलाफ थाना कुलपहाड़ में FIR संख्या 0251 दिनाक 10/09/2025 दर्ज करायी गई है.
- चकबंदी विभाग के तहत आने वाले ग्राम लुहारी में चकबंदी लेखपाल की ओर से ग्राम सभा की भूमि में बीमा कराने वालों के खिलाफ थाना चरखारी में FIR संख्या 0202 दिनाक 10/09/2025 दर्ज करायी गई है.
- अभी तक कुल 26 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुयी है और गिरफ्तारी लगभग 11 लोगों की हुई है. वहीं, कृषि विभाग में प्रधानमंत्री फसल बीमा पटल पर कार्य करने वाले अतुलेंद्र सिंह को सस्पेंड किया गया है.