UP में तिल की खेती को बढ़ावा, किसानों को बीजों पर 95 रुपये किलो सब्सिडी देगी सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार ने तिल खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रमाणित बीजों पर 95 रुपये प्रति किलो सब्सिडी और वैज्ञानिक खेती की ट्रेनिंग दे रही है. 9,846 रुपये प्रति क्विंटल MSP से किसान प्रति हेक्टेयर 1 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.

नोएडा | Published: 25 Jul, 2025 | 06:52 PM

Sesame cultivation: किसानों की आय बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तिल (तिलहन) की खेती को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. सरकार ने शुक्रवार को कहा कि प्रमाणित तिल के बीजों पर 95 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी दी जा रही है. सरकार का कहना है कि इससे किसानों की खेती की लागत घटेगी और उत्पादन बढ़ेगा. खास बात यह है कि तिल की खेती करने के लिए किसानों को वैज्ञानिक तरीके से फार्मिंग करने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी बयान में कहा गया है कि किसानों पर आर्थिक बोझ कम करने के लिए विभाग प्रमाणित तिल बीज पर 95 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी दे रहा है. जिन खास किस्मों को बढ़ावा दिया जा रहा है, उनमें RT-346, RT-351, गुजरात तिल-6, RT-372, MT-2013-3 और BUAT तिल-1 शामिल हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग किसानों को तिल की पैदावार बढ़ाने और गुणवत्ता सुधारने के लिए वैज्ञानिक तरीके से खेती की ट्रेनिंग दे रहा है. ऐसे सरकार ने तिल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 9,846 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिल सके.

5 लाख हेक्टेयर में होती है इसकी खेती

सरकारी बयान के मुताबिक, प्रदेश में खरीफ सीजन के दौरान करीब 5 लाख हेक्टेयर में तिल की खेती होती है. तिल ऐसी फसल है जो कम बारिश और जलभराव रहित इलाकों में आसानी से हो जाती है. इसकी लागत कम और बाजार भाव अच्छा होने के कारण कम जमीन में भी अच्छा मुनाफा देती है. इसलिए कृषि विभाग अब किसानों को तिल की खेती के लिए अधिक प्रोत्साहित कर रहा है. कृषि विभाग का कहना है कि किसान अपने खेत के खाली पड़े हिस्सों में सूक्ष्म सिंचाई (माइक्रो इरिगेशन) की मदद से तिल की खेती करके अतिरिक्त आमदनी कमा सकते हैं.

एक हेक्टेयर में होगा 1 लाख रुपये का मुनाफा

परंपरागत खेती से जहां 4 से 6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज होती है, वहीं वैज्ञानिक तरीकों से यह बढ़कर 8 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुंच सकती है. बयान के अनुसार अगर किसान वैज्ञानिक तरीके अपनाते हैं, तो 9,846 रुपये प्रति क्विंटल के MSP पर वे प्रति हेक्टेयर 1 लाख रुपये तक कमा सकते हैं, वो भी बहुत कम निवेश में. ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि अगर वे खेती करना चाहते हैं, तो इसके लिए अपने जिले के कृषि सुरक्षा अधिकारी, राज्य कृषि सुरक्षा इकाई या नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें. खास बात यह है कि यूपी में दलहन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए किसानों को फ्री में मिनि बीज किट बांटी जा रही है.