मछली खाने से पहले जान लें ये बातें! वरना पछताने का भी नहीं मिलेगा मौका

अगर आप मछली खाने या पकड़ने के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. एक छोटी सी लापरवाही भारी सेहत नुकसान और पछतावे का कारण बन सकती है.

नोएडा | Published: 13 Jul, 2025 | 06:07 PM

अगर आप मछली खाने के शौकीन हैं या फिर खुद पकड़कर खाते हैं तो जरा ठहरिए! ये खबर आपकी सेहत से जुड़ी है. पानी में बढ़ता प्रदूषण अब मछलियों के ज़रिए इंसानों के शरीर तक पहुंच रहा है. खासकर बड़ी मछलियों में जहरीले तत्वों की मात्रा तेजी से बढ़ रही है. अगर बिना जानकारी के मछली खा ली तो बाद में पछताने का भी मौका नहीं मिलेगा. इसलिए, मछली खाने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि वह कितनी सुरक्षित है और आप उसे कहां से ला रहे हैं.

हर मछली खाने लायक नहीं होती

मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आजकल हर जल स्रोत पूरी तरह साफ  नहीं है. नदियों, झीलों और समुद्रों का पानी कई बार औद्योगिक (फैक्ट्रियों) कचरे, केमिकल और जहरीले तत्वों से दूषित होता है. ऐसे में वहां पाई जाने वाली मछलियों में भी ये हानिकारक तत्व जमा हो जाते हैं. खासतौर पर बड़ी मछलियां, जैसे ट्यूना (Tuna), जो छोटी मछलियों को खाती हैं, उनके शरीर में मरक्युरी (Mercury) की मात्रा ज्यादा हो सकती है. यह तत्व इंसानों के दिमाग, किडनी और नसों पर बुरा असर डाल सकता है.

मछली पकड़ने से पहले करें जांच

अगर आप किसी नदी, तालाब या झील में मछली पकड़ने जा रहे हैं  तो पहले यह जान लें कि वहां का पानी कितना साफ है. हर राज्य का पर्यावरण स्वास्थ्य विभाग, प्राकृतिक संसाधन विभाग या पार्क प्रशासन इस बारे में ऑनलाइन जानकारी और चेतावनी देता है. इसके लिए आप चाहें तो पार्क रेंजर या स्थानीय अधिकारी से भी बात कर सकते हैं. ध्यान देने की बात यह है कि अगर आप मछली पकड़कर वापस पानी में छोड़ देते हैं तो खतरा कम है, लेकिन अगर खाने की सोच रहे हैं तो सतर्क रहना जरूरी है.

बड़ी मछली से ज्यादा खतरा

छोटी मछलियों के मुकाबले बड़ी मछलियों में जहरीले तत्व ज्यादा जमा होते हैं क्योंकि वे कई छोटी मछलियों को खाकर खुद भी दूषित हो जाती हैं. इसलिए ट्यूना जैसी बड़ी मछलियों को खाने से पहले दो बार सोचें. खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को तो इनसे पूरी तरह बचना चाहिए, क्योंकि उनके शरीर पर इसका असर ज्यादा होता है.

सरकारी गाइडलाइन्स को नजरअंदाज न करें

हर राज्य में मछली पकड़ने और खाने के नियम होते हैं. कुछ जगहों पर कुछ मछलियों को पकड़कर तुरंत छोड़ना अनिवार्य होता है. वहीं कुछ खास इलाकों में फिशिंग पूरी तरह बैन भी हो सकती है. इसलिए स्थानीय सरकारी वेबसाइट या अधिकारी से जानकारी जरूर लें. सरकारी चेतावनियां आपके और आपके परिवार की सेहत के लिए बेहद जरूरी होती हैं.