भारत और मालदीव के बीच हुए इस समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत दोनों देशों के मछुआरों, तकनीशियनों और वैज्ञानिकों को आपसी अनुभव साझा करने और एक-दूसरे के यहां प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलेगा.
बरसात और गर्मी का मौसम मछली पालन करने वाले किसानों के लिए चुनौती बनकर आता है. अगर समय रहते ध्यान न दिया गया तो तालाब से कमाई की जगह नुकसान ही हाथ लगेगा.
बरसात आई नहीं कि मछलीपालकों की टेंशन बढ़ जाती है. क्योंकि तालाबों में EUS नाम की बीमारी दस्तक दे देती है. अगर इसका वक्त रहते इलाज न हो तो पूरी की पूरी मछली मर जाती है.
इस खबर में मछली पकड़ने की सही तकनीक बताई गई है, जिससे शुरुआती लोग भी आसानी से कामयाब हो सकते हैं. इसके लिए तीन बातें सबसे जरूरी हैं. अगर इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो मछली पकड़ना आसान और मजेदार बन सकता है.
अगर मछली को पकड़कर वापस पानी में छोड़ना है तो उसके साथ सावधानी से पेश आएं. इससे मछली को चोट नहीं लगेगी और वह सुरक्षित तरीके से जीवन में लौट सकेगी.
मछली पकड़ना केवल चारा डालने का खेल नहीं, बल्कि सही फिशिंग लाइन चुनने की समझ भी जरूरी है. क्योंकि, सही लाइन और गियर से ही फिशिंग सफल हो सकती है.