वैज्ञानिकों की चेतावनी, इन 2 गंभीर बीमारी से आम को हो रहा नुकसान.. रेट पर पड़ेगा असर

उत्तर प्रदेश में इस साल आम की पैदावार अच्छी होने की उम्मीद है, लेकिन फल छेदक और सेमीलूपर जैसे कीटों से फसल को खतरा है. इससे किसानों को नुकसान होगा.

नोएडा | Updated On: 17 May, 2025 | 03:52 PM

उत्तर प्रदेश में इस साल आम की अच्छी पैदावार की उम्मीद है. लेकिन कृषि वैज्ञानिकों ने आम की फसल को लेकर चिंता जताई है. केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (CISH) के विशेषज्ञों के मुताबिक, आम की फसल पर दो खतरनाक कीटों के हमले हो रहे हैं. विशेषज्ञों ने कहा कि फलों को नुकसान पहुंचाने वाला फल छेदक ‘जोडा कीट’ और पत्तियां काटने वाला ‘सेमीलूपर’ जैसे कीट तेजी से आम के बागानों में फैल रहे हैं. जिससे इस साल फसल की गुणवत्ता और स्वाद पर असर पड़ सकता है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, CISH के निदेशक डॉ. टी. दामोदरन का कहना है कि ये कीड़े आम को अंदर से नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जोडा कीट पकते हुए आमों में सुराख कर देता है, जिससे फल सड़ जाते हैं और समय से पहले गिर जाते हैं. इससे आमों का मार्केट भाव पर असर पड़ता है. उनके मार्के रेट घट जाते हैं. दूसरी तरफ, सेमीलूपर कीड़े पत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे पेड़ की सेहत और फलों की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है.

किसानों को होगा भारी नुकसान

उन्होंने कहा कि यह स्थिति उन किसानों के लिए खास तौर पर चिंता की बात है, जो अपनी रोजी-रोटी के लिए आम की बिक्री पर निर्भर हैं. कीट वैज्ञानिक डॉ. वीएस सिंह ने कहा कि इस साल पेड़ों पर आम की संख्या कम है, इसलिए फलों का आकार अच्छा बन रहा है. लेकिन अगर इन कीटों पर तुरंत नियंत्रण नहीं पाया गया, तो ये एक बेहतरीन फसल को पूरी तरह बर्बाद कर सकते हैं.

25  लाख टन है सालाना पैदावार

बता दें कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा आम उत्पादन करने वाला राज्य है. यहां के लखनऊ जिला स्थित मलिहाबाद में किसान बड़े स्तर पर आम की खेती करते हैं. प्रदेश के अंदर लाखों परिवारों की रोजी-रोटी आम की खेती से चल रही है. उत्तर प्रदेश में उगाए जाने वाले आम की किस्मों में दशहरी, चौसा और लंगड़ा विश्व प्रसिद्ध है. दशहरी की सबसे ज्यादा खेती लखनऊ जिले में की जाती है, तो वहीं लंगड़ा बनारस के लिए जाना जाता है.ऐसे उत्तर प्रदेश में सलाना आम की पदावार करीब 25 लाख टन है, जो देश के कुल उत्पादन का 25 फीसदी है. यूपी से केवल भारत ही नहीं, बल्कि यूरोप अमेरिका और खाड़ी देशों में भी बड़े स्तर पर आम की सप्लाई होती है.

Published: 17 May, 2025 | 03:39 PM