तुर्की सेब पर रोक.. हिमाचल-यूके के किसानों की भरेगी जेब, पढ़ें वैज्ञानिक ने क्या कहा

तुर्की के खिलाफ देशभर में बायकॉट आंदोलन तेज हो गया है. आजादपुर मंडी ने तुर्की से सेब आयात बंद करने का फैसला लिया है. प्री-मॉनसून बारिश से हिमाचल, उत्तराखंड व कश्मीर में सेब उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 16 May, 2025 | 01:25 PM

पूरे देश में बायकॉट तुर्की का नारा आंदोलन का रूप ले रहा है. व्यापारी और किसान से लेकर हर वर्ग के लोग तुर्की से आयातित सेब पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं. इसी बीच हिमाचल प्रदेश की वाईएस परमार हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ इनवॉयरमेंट के हेड डॉ. एसके भारद्वाज ने किसान इंडिया से बात करते हुए ऐसी बात कही, जिसे सुनकर सेब उत्पादक किसान खुशी से झूम उठेंगे. उन्होंने कहा कि प्री मॉनसून बारिश से सेब की फसल को काफी फायदा हो रहा है. इससे इस बार सेब उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद कर सकते हैं. यानि अगर सेब उत्पादन में बढ़ोतरी होती है, तो हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के सेब किसानों की बंपर कमाई होगी.

डॉ. एसके भारद्वाज ने कहा कि बीच-बीच में हो रही बारिश सेब की फसल के लिए काफी फायदेमंद है. इससे फल के आकार को बढ़ने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा है कि इस बार मॉनसून समय से पहले आ रहा है. इसका भी फायदा सेब उत्पादकों को मिलने की उम्मीद है. क्योंकि किसी भी फसल के लिए बारिश का पानी अमृत के समान होता है. इससे फसल का संपूर्ण विकास होता है और फल-फूल भी तेजी से आते हैं. अगर पैदावार में बढ़ोतरी होती है किसानों की कमाई में इजाफा होगा. वहीं, तुर्की के सेब का बहिष्कार किए जाने का भी भारतीय सेब किसानों को फायदा मिलेगा. क्योंकि आम जनता से लेकर फल व्यापारी तक तुर्की के सेब का बहिष्कार करने के लिए मैदान में उतर आए हैं.

तुर्की के सेब पर आजादपुर मंडी का बड़ा फैसला

एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी मंडी आजादपुर मंडी ने तुर्की के साथ सेबों के व्यापार को पूरी तरह से समाप्त करने का फैसला लिया है. मंडी के अध्यक्ष मीठा राम कृपलानी ने इसकी घोषणा भी कर दी है. उन्होंने कहा कि अब तुर्की से सेबों का कोई नया ऑर्डर नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमने तुर्की से होने वाले सेबों के व्यापार को अब पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया है. उनके मुताबिक, 2024 में तुर्की से 1,16,000 टन सेब आयात किए गए. लेकिन फिर भी तुर्की ने भारत का विरोध किया. उन्होंने कहा कि अब केवल वही सेब आयेंगे जिनका ऑर्डर पहले से हुआ था, लेकिन इसके बाद कोई नया आयात नहीं किया जाएगा.

तुर्की से नहीं मंगाए जाएंगे फल-सब्जी

कृपलानी ने कहा कि तुर्की को आजादपुर मंडी ने हमेशा प्राथमिकता दी, लेकिन हाल ही में तुर्की द्वारा भारत के प्रति अपनाए गए रुख से बेहद निराशा हुई है. उन्होंने कहा कि हमने तुर्की का वर्षों तक साथ दिया, लेकिन अब उनके व्यवहार ने हमें बहुत आहत किया है. इस वजह से हमने निर्णय लिया है कि भविष्य में तुर्की से न तो सेब और न ही कोई अन्य फल या सब्जी मंगवाई जाएगी.

दिल्ली में CAIT का अहम बैठक

भाजपा सांसद और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि देश के 24 से अधिक राज्यों के व्यापारी नेता आज दिल्ली आए हैं. क्योंकि तुर्की से आयातित प्रोडट्स के ऊपर एक बैठक शुरू होगी. उन्होंने कहा कि बैठक में तुर्की और अजरबैजान के साथ हमारे व्यापारिक संबंधों को खत्म करने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ-साथ भारत के सभी व्यापारी पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हैं. भारतीय व्यापारी कभी भी ऐसे किसी देश का समर्थन नहीं करेंगे जो भारत के खिलाफ खड़ा हो, वे ऐसे किसी भी देश के साथ कभी व्यापार नहीं करेंगे.

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Published: 16 May, 2025 | 01:12 PM

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