Mandi Bhav: प्याज के रेट में गिरावट, लासलगांव मंडी में 1,275 रुपये क्विंटल हुआ भाव.. किसानों को नुकसान

महाराष्ट्र प्याज उत्पादक संघ के अध्यक्ष भरत दिघोले ने कहा कि हर साल केंद्र सरकार दो केंद्रीय एजेंसियों के जरिए प्याज की खरीद कर बफर स्टॉक बनाती है. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार APMC मंडियों में सीधे किसानों से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्याज खरीदे.

नोएडा | Updated On: 29 Jul, 2025 | 09:42 PM

Onion Mandi Rate: महाराष्ट्र में जहां टमाटर के रेट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, वहीं प्याज की कीमतें कम हो रही हैं. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव APMC में पिछले दो हफ्तों में प्याज की औसत थोक कीमतों में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. 16 जुलाई को जहां प्याज की कीमत 1,500 रुपये प्रति क्विंटल थी, वहीं सोमवार को यह घटकर 1,275 रुपये प्रति क्विंटल रह गई. व्यापारियों के अनुसार, यह गिरावट मांग में कमी के कारण हुई है. जबकि सप्लाई पहले की तरह तरह ही बनी हुई है.

व्यापारियों का कहना है कि सावन महीने के चलते मार्केट में प्याज की मांग कम हो गई है. इसके चलते में मंडी में प्याज का स्टॉक बढ़ गया है. ऐसे में प्याज की कीमतों में गिरावट जारी है. हालांकि, व्यापारियों का ये भी कहना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में खरीफ प्याज की नई फसल तैयार हो चुकी है. ऐसे में उत्तर भारत के राज्यों में मध्य प्रदेश और राजस्थान से भी प्याज की सप्लाई शुरू हो गई है. क्योंकि राज्यों तक प्याज भेजने का परिवहन खर्च कम आता है, जिससे वहां की प्याज की औसत थोक कीमत भी कम रहती है.

भरत दिघोले ने केंद्र सरकार से की ये मांग

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्याज व्यापारी मनोज जैन का कहना है कि इन्हीं कारणों से पिछले पंद्रह दिनों में प्याज की औसत थोक कीमतों में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई है. सोमवार को लासलगांव मंडी में करीब 16,300 क्विंटल प्याज की नीलामी हुई. थोक कीमतों में आई इस गिरावट से किसान चिंतित हैं, क्योंकि वे अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. महाराष्ट्र प्याज उत्पादक संघ के अध्यक्ष भरत दिघोले ने कहा कि हर साल केंद्र सरकार दो केंद्रीय एजेंसियों के जरिए प्याज की खरीद कर बफर स्टॉक बनाती है. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार APMC मंडियों में सीधे किसानों से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्याज खरीदे.

प्याज की खेती में कितनी आती है लागत

साथ ही भरत दिघोले का कहना है कि प्याज की खेती में 2500 रुपये क्विंटल लागत आती है, लेकिन मार्केट रेट 1500 रुपये क्विंटल रह गया है. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. इसलिए सरकार को किसानों से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्याज की खरीद करनी चाहि, ताकि किसान मुनाफा कमा सकें. वरना नुकसान के चलते वे धीरे-धीरे प्याज की खेती से दूरी बना लेंगे.

Published: 29 Jul, 2025 | 04:05 PM