जान पर आफत बनी गर्मी.. हीटस्ट्रोक से 8 लोगों की मौत, कई दर्जन चमगादड़ और बगुले मरे

हीटवेव और गर्मी के चलते इंसानों और पशुओं का बुरा हाल है. हाई टेंपरेचर की वजह से चमगादड़, बगुला, कौवों की मौत दर्ज की गई है. जबकि, हीटस्ट्रोक से यूपी में 8 लोगों की मौत रिपोर्ट की गई है. चिकित्सकों ने घर में रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 13 Jun, 2025 | 04:07 PM

देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार चल रहा है. राजस्थान में 47 के पार पारा पहुंच गया है. भीषण गर्मी लोगों की जान के लिए आफत बन गई है. जबकि, पशु-पक्षियों की भी तड़पकर मौत हो रही है. आज 13 जून को उत्तर प्रदेश में 48 घंटे के दौरान 8 लोगों की हीटस्ट्रोक से मौत हो गई है. जबकि, डायरिया के संक्रमण से 3 अन्य लोगों की मौत हो गई है. ललितपुर जिले में हाई टेंपरेचर के चलते सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ों की मौत हो गई है. जबकि, यूपी के कानपुर में आधा दर्जन बगुलों, मोर और कौवों ने दम तोड़ दिया है. चिकित्सकों ने लोगों को धूप में बाहर निकलने से मना किया है. जबकि, पशुओं के लिए भी गाइडलाइन जारी की है.

यूपी में हीटस्ट्रोक से 8 लोगों की मौत

समाचार एजेंसी प्रसार भारती के अनुसार उत्तर प्रदेश में इन दिनों गर्मी ने फिर से अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. बीते कुछ दिनों से प्रदेश भीषण लू की चपेट में है. पिछले 48 घंटे में हीटस्ट्रोक से 8 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रतापगढ़ में चकबंदी कानूनगो धूप में गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. वहीं, लखनऊ में स्मारक समिति के 2 कर्मचारी हीटस्ट्रोक से मर गए. धूप से बचाव के लिए फुल कपड़े पहनने, छाता और काला चश्मा इस्तेमाल करने जैसे सुझाव मौसम विभाग ने दिए है.

ललितपुर में चमगादड़ और कानपुर में बगुले मरे

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंचने के चलते कई दर्जन चमगादड़ों की मौत हो गई है. जांच के बाद पता चला कि हाई टेंपरेचर के चलते पक्षी पेड़ों और अपने घोंषलों से नीचे गिरकर मर गए. कानपुर के मोतीझील समेत अलग-अलग हिस्सों में आधा दर्जन बगुलों की मौत हो गई. वन अधिकारियों का कहना है कि गर्मी की वजह से मौत हुई है, लेकिन जांच के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा. वहीं, कानपुर देहात जिले में कुछ जगहों पर मोर और कौवे भी मरे पाए गए हैं.

यूपी के कई अस्पतालों में हीटवेव लू अलर्ट वॉर्ड बने

यूपी के इटावा और चंबल इलाके समेत कई जिलों में लू को देखते हुए अस्पतालों में हीटवेव लू वॉर्ड बनाए गए हैं. इटावा में डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के एक वार्ड को हीट बेब वार्ड बना दिया गया है. इसमें स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी 24 घंटे के लिए लगा करके रखी गई है. इटावा के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने बताया कि राहत आयुक्त की ओर से दिए गए निर्देश क्रम में के हीट वेव से निपटने के लिए इटावा में माकूल इंतजाम किए गए हैं.

चिड़ियाघर में जानवरों के लिए एसी-कूलर पंखे लगे

लखनऊ के चिड़ियाघर में रह रहे वन्य जीवों को गर्मी से बचाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. चिड़ियाघर में बाड़ों को ढकने के लिए चटाई और अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं. पक्षियों के लिए वाटर कूलर और घास के पर्दे लगाए हैं. हर दिन तालाबों में ताजा पानी की सप्लाई की जा रही है और फुव्वारे चलाए जा रहे हैं. जानवरों के बाड़े में स्प्रिंकलर व कूलर लगाए गए हैं. सांपों के चैंबर को ठंडा रखने के लिए कूलर का इंतजाम किया गया है. जानवरों के खाने में बदलाव किया गया है. लखनऊ चिड़ियाघर की निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए विजिटर्स के लिए भी कूलर की व्यवस्था की गई है.

हीटवेव से पशुओं को कैसे बचाएं

  1. पशुपालक अपने पशुओं को दिन में दो से तीन बार ठंडा और साफ पानी पिलाएं.
  2. अगर संभव हो तो सुबह और शाम के समय पशुओं को तालाब या नदी में नहलाएं.
  3. दोपहर के समय नहलाने से बचें, क्योंकि इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है.
  4. पशुओं के शेड के ऊपर टाट या पुआल रखें और उस पर पानी का छिड़काव करें ताकि तापमान कम हो.
  5. गर्मियों में गीला भूसा और हरी घास जैसे ठंडे तत्व मवेशियों को खिलाएं ताकि पाचन बेहतर बना रहे.
  6. गर्मियों में पशुओं की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गुड़, प्याज, पुदीना, सौंफ और गोंद कतीरा का अर्क मिलाकर पानी दें.
  7. पशुओं को चराने के लिए सुबह और शाम का समय चुनें. दोपहर में उन्हें बाहर ले जाने से बचें.

गर्मी से डायरिया के मरीज बढ़े, 3 की मौत

गर्मी के चलते डायरिया, उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बढ़ रही है. ओडिशा सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नीलकंठ मिश्रा ने एएनआई को बतााय कि पिछले 3 दिनों में अचानक डायरिया के केस बढ़े हैं. फील्ड स्टाफ घर-घर जाकर जांच कर रहा है कि कोई संक्रमित रोगी तो नहीं है या उन्हें निवारक दवा दी गई है या नहीं. संक्रमण के सोर्स का भी अध्ययन किया जा रहा है. हमने लोगों को सुरक्षित पेयजल का उपयोग करने के लिए कहा है. प्रभावित मामलों की संख्या 200 से अधिक है. अभी तक अंतिम रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार 3 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से दो की मौत संभवतः डायरिया के कारण हुई है. “

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Published: 13 Jun, 2025 | 04:07 PM

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