गाय-भैंस का दूध बढ़ाने के लिए जरूरी आहार, जानिए कैसे सुधारें उनकी सेहत और उत्पादन

दूध उत्पादन किसानों के आमदनी का एक मजबूत जरिया है. लेकिन कई बार सही पोषण न मिलने के कारण गाय या दूध कम देने लगती है.

नोएडा | Published: 5 Jun, 2025 | 07:48 PM

गांव-देहात की अर्थव्यवस्था में दूध उत्पादन आज भी किसानों की आमदनी का एक मजबूत जरिया है. लेकिन कई बार सही पोषण न मिलने के कारण गाय या भैंस, दूध कम देने लगती हैं या बिल्कुल देना बंद कर देती हैं. ऐसे में पशुओं के लिए संतुलित और पोषण से भरपूर आहार देना न सिर्फ जरूरी हो जाता है, बल्कि यह दूध की मात्रा और क्वालिटी दोनों को बेहतर बनाता है और पशुओं को बीमारियों से भी बचाता है.

दूध बढ़ाने के लिए चाहिए संतुलित आहार

अगर गाय या भैंस दूध नहीं दे रही है, तब भी उसकी सेहत बनाए रखना जरूरी होता है. इसके लिए उन्हें रोजाना 1 से 1.50 किलो दाना, 3 किलो भूसा और 15 से 20 किलो हरा चारा देना चाहिए. इससे उनके शरीर की पोषण जरूरतें पूरी होती हैं और भविष्य में दूध देने के लिए वो तैयार रहती हैं.

डाइट के लिए करना होगा खास इंतजाम

दूध देने वाले पशुओं को अधिक पोषण की जरूरत होती है. गाय को प्रति लीटर दूध पर 400 ग्राम और भैंस को 500 ग्राम दाना देना चाहिए. इसके साथ ही 4 से 5 किलो सूखा भूसा, 20 से 30 किलो हरा चारा जरूरी होता है. डाइट में 2 प्रतिशत मिनरल मिक्सचर और 1 प्रतिशत नमक भी शामिल करें. इससे पशुओं को जरूरी कैल्शियम और फॉस्फोरस मिलता है, जो न सिर्फ दूध उत्पादन बढ़ाता है बल्कि हड्डियों को भी मजबूत बनाता है.

कौन-कौन से आहार हैं जरूरी

  • संतुलित आहार- प्रोटीन, फैट, मिनरल और विटामिन का सही अनुपात जरूरी होता है.
  • प्रोटीन के लिए – सरसों खली, सोयाबीन खली, सूर्यमुखी खली जैसे विकल्प बेहतर हैं.
  • दाने के रूप में – मक्का, गेहूं, बाजरा जैसे अनाज इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
  • भूसा और हरा चारा – फाइबर का अच्छा स्रोत होता है और पाचन में मदद करता है.

हरा चारा क्यों है जरूरी

हरा चारा जैसे बरसीम, मक्का का पौधा या नेपियर घास न सिर्फ शरीर को ठंडक देता है, बल्कि यह विटामिन A और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व भी देता है. यह पशु को गर्मी में राहत देता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. साथ ही, जब पशु बीमार नहीं पड़ते तो इलाज का खर्च भी कम होता है, जिससे किसान को सीधा आर्थिक लाभ मिलता है.