बिहार सरकार ने पशुपालकों के लिए राहत योजना शुरू की है, जिसमें आपदा से मरने वाले पशुओं के लिए अनुदान दिया जाएगा. यह योजना पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और उनकी आजीविका को सुरक्षित करेगी.
गाय-भैंसों को बरसीम, जिरका और नेपियर जैसी खास घास खिलाने से दूध उत्पादन में तेजी आती है. इससे पशु स्वस्थ रहते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है. पशुपालन से आय दोगुनी हो सकती है.
पशुओं के लिए बनी खास चॉकलेट में जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो गाय-भैंस की सेहत सुधारते हैं और दूध उत्पादन में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी करते हैं. ये चॉकलेट पाचन ठीक रखती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि गाय-भैंस के साथ बकरी और भेड़ पालन की ट्रेनिंग किसानों को दी जाएगी. क्योंकि, छोटे पशु भी कमाई का बड़ा सोर्स होते हैं. हमारा फोकस किसानों के साथ साथ पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने और उनके विकास पर भी है.
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में महिलाओं को मछली उत्पादन बढ़ाने और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार ने एक खास योजना शुरू की है.
नई गाइडलाइंस के आने से अब गाय, भैंस, बकरी, भेड़, घोड़े और पालतू कुत्ते-बिल्लियों जैसे पशुओं को भी आपात स्थिति में सुरक्षित रक्त उपलब्ध कराया जा सकेगा.