महंगा ड्रैगन फ्रूट अब घर पर उगाएं, जानिए बीज या कटिंग कौन-सा तरीका है बेहतर

ड्रैगन फ्रूट में फूल आने के करीब 30 से 50 दिनों के भीतर फल पूरी तरह तैयार हो जाता है. जब फल का रंग हल्का से गहरा गुलाबी या लाल हो जाए और हल्का दबाने पर वह थोड़ा नरम महसूस हो, तो समझ लें कि फल पक चुका है. फल तोड़ते समय जल्दबाजी न करें.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 22 Dec, 2025 | 02:20 PM
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Farming Tips: महंगे फलों की सूची में शामिल ड्रैगन फ्रूट अब सिर्फ बाजार तक सीमित नहीं रहा. आज शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में लोग इसे अपने घर की बालकनी, छत या आंगन में गमले में उगा रहे हैं. खास बात यह है कि यह पौधा ज्यादा देखभाल नहीं मांगता और सही तरीका अपनाने पर घर में ही अच्छी पैदावार दे सकता है. अगर आप भी ड्रैगन फ्रूट उगाने का मन बना रहे हैं, तो सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि बीज से उगाना बेहतर है या कटिंग से.

ड्रैगन फ्रूट क्यों है खास फल

ड्रैगन फ्रूट दिखने में जितना आकर्षक है, उतना ही सेहत के लिए फायदेमंद भी है. इसमें फाइबर, विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यही वजह है कि डायबिटीज, पाचन और इम्युनिटी से जुड़ी समस्याओं में इसे फायदेमंद माना जाता है. बाजार में इसकी कीमत अधिक होने के कारण लोग अब इसे घर पर उगाने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं.

गमले और मिट्टी की सही तैयारी

ड्रैगन फ्रूट का पौधा कैक्टस प्रजाति का होता है, इसलिए इसे हल्की और जल निकास वाली मिट्टी पसंद आती है. गमला कम से कम 15 से 18 इंच गहरा और चौड़ा होना चाहिए, ताकि जड़ें आराम से फैल सकें. मिट्टी तैयार करने के लिए बगीचे की मिट्टी, रेत, कोकोपीट और अच्छी सड़ी हुई खाद को मिलाकर उपयोग किया जाता है. यह मिश्रण पौधे की शुरुआती ग्रोथ के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है.

बीज से उगाना

अगर आप बीज से ड्रैगन फ्रूट उगाते हैं, तो इसमें समय जरूर लगता है. बीज से तैयार पौधे को फल देने में तीन से चार साल तक का समय लग सकता है. हालांकि यह तरीका प्राकृतिक है, लेकिन जिन लोगों को जल्दी फल चाहिए, उनके लिए यह थोड़ा लंबा इंतजार साबित हो सकता है. बीज से उगाए गए पौधों में नियमित देखभाल और धैर्य बेहद जरूरी होता है.

कटिंग से उगाना

ड्रैगन फ्रूट उगाने के लिए कटिंग तरीका सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. किसी स्वस्थ पौधे से 12 से 18 इंच लंबी कटिंग लेकर कुछ दिनों तक छाया में सुखाया जाता है. इसके बाद इसे गमले में 2 से 3 इंच गहराई में लगा दिया जाता है. कटिंग से उगाया गया पौधा एक से दो साल में फल देना शुरू कर देता है, इसलिए घरेलू बागवानी के लिए यही तरीका सबसे बेहतर माना जाता है.

धूप, पानी और सहारे की जरूरत

इस पौधे को रोजाना 5 से 6 घंटे धूप मिलनी चाहिए. पानी ज्यादा नहीं देना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमी से जड़ें सड़ सकती हैं. चूंकि ड्रैगन फ्रूट बेल की तरह ऊपर की ओर बढ़ता है, इसलिए इसे खंभे या मजबूत सहारे की जरूरत होती है, ताकि पौधा सही तरीके से विकसित हो सके.

खाद, कटाई और परागण का महत्व

पौधे की अच्छी बढ़वार और फलन के लिए हर महीने हल्की जैविक खाद देना फायदेमंद रहता है. गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या घर में बनी जैविक खाद का उपयोग किया जा सकता है. समय-समय पर सूखी, कमजोर और बेकार टहनियों की कटाई करते रहना चाहिए, ताकि पौधे की ऊर्जा सही हिस्सों में लगे. ड्रैगन फ्रूट के फूल खासतौर पर रात में खिलते हैं. अगर आसपास मधुमक्खियां या परागण करने वाले कीड़े न हों, तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप छोटे ब्रश की मदद से हाथ से परागण कर सकते हैं. ऐसा करने से फूलों के झड़ने की समस्या कम होती है और फल बनने की संभावना काफी बढ़ जाती है.

ये आम गलतियां कर सकती हैं नुकसान

कई लोग अच्छे इरादे से पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी दे देते हैं, लेकिन यही सबसे बड़ी गलती साबित होती है. ज्यादा पानी से पौधा सड़ने लगता है और धीरे-धीरे सूख सकता है. इसी तरह बहुत छोटा गमला चुनना भी नुकसानदायक होता है, क्योंकि पौधे की जड़ें फैल नहीं पातीं. बिना सहारे के अगर पौधा जमीन पर फैलता रहे, तो न तो सही ढंग से बढ़ता है और न ही अच्छा फल देता है. इसके अलावा समय पर कटाई और छंटाई न करने से फूल कम आते हैं, जिससे उत्पादन भी प्रभावित होता है. इसलिए इन गलतियों से बचना बेहद जरूरी है.

फल तैयार होने की सही पहचान

ड्रैगन फ्रूट में फूल आने के करीब 30 से 50 दिनों के भीतर फल पूरी तरह तैयार हो जाता है. जब फल का रंग हल्का से गहरा गुलाबी या लाल हो जाए और हल्का दबाने पर वह थोड़ा नरम महसूस हो, तो समझ लें कि फल पक चुका है. फल तोड़ते समय जल्दबाजी न करें. हल्के हाथ से फल को घुमाकर तोड़ें, ताकि पौधे को नुकसान न पहुंचे. सही समय पर की गई तुड़ाई से फल का स्वाद भी बेहतर रहता है और अगली फसल के लिए पौधा स्वस्थ बना रहता है.

घर में उगा फल, ज्यादा संतोष

घर में उगा ड्रैगन फ्रूट न सिर्फ ताजा और केमिकल-फ्री होता है, बल्कि इससे पैसे की भी बचत होती है. सही मिट्टी, धूप और देखभाल के साथ अगर आप कटिंग का तरीका अपनाते हैं, तो गमले में ड्रैगन फ्रूट उगाना बेहद आसान और लाभदायक साबित हो सकता है.

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