Dragon Fruit Farming: देश का किसान अब पारंपरिक फसलों की खेती से अलग होकर आधुनिक और व्यावसायिक खेती की तरफ अपना रुख कर रहा है. इसी कड़ी में देश में अब ड्रैगन फ्रूट की खेती बड़े पैमाने पर होने लगी है. बाजार में बढ़ती मांग और अच्छी कीमत के चलते किसानों के बीच इसकी खेती का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन ठंड के मौसम में इस फसल को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें सबसे बड़ी समस्या होती है फंगस का हमला. अगर किसान समय रहते इसकी रोकथाम नहीं करते हैं तो फंगस पूरी फसल को बर्बाद कर सकता है और किसानों के सामने भारी आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है.
नमी और ठंड से फंगस का खतरा
बारिश के बाद खेतों में अकसर पानी जमा हो जाता है जिसके कारण पौधों की जड़ों तक नमी पहुंचती है, साथ ही मौसम में बदलाव आने के साथ ही ठंड के दिनों में भी पौधे पर फंगस का खतरा बना रहता है. नमी और ठंड में तापमान गिरने से पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है. यही कारण है कि इस दौरान ड्रैगन फ्रूट की फसल पर एन्थ्रेक्नोज, स्टेम रॉट और ब्लाइट जैसी फंगल बीमारियां तेजी से फैलती हैं. खास बात ये है कि अगर किसान समय रहते इन बीमारियों की पहचान कर बचाव के उपाय नहीं करते हैं तो पूरी फसल चौपट हो जाती है.
ठंड से पहले जरूर करें ये काम
मीडिया रिपोर्टेस के अनुसार, ड्रैगन फ्रूट की फसल को ठंड में फंगस से बचाने के लिए किसान कुछ आसान से उपाय कर सकते हैं. जैसे-
- अगर ड्रैगन फ्रूट के पौधों में फंगस दिखाई दे रहा है तो किसान बावस्तीन और ट्राइकोडर्मा का घोल बनाकर ड्रैगन फ्रूट के पौधे की जड़ पर डाल दें.
- इसके साथ ही पौधों की जिन शाखाओं पर फंगस दिखाई दे रहा हो वहां भी इस घोल का छिड़काव कर सकते हैं.
- इसके अलावा अगर ड्रैगन फ्रूट के बाग की चारों ओर छायादार पेड़ हो तो उनकी कटाई छटाई कर दें.
- ड्रैगन फ्रूट के पौधों को कम से कम 6 घंटे धूप रोजाना मिलनी चाहिए.
- ड्रैगन फ्रूट के बाग में अगर खरपतवार दिखाई दे रहे हों तो खरपतवारों को हटाने के लिए समय-समय पर निराई गुड़ाई जरूर करते रहें.
- अगर कीट दिखाई दे रहे हो तो नीम तेल का छिड़काव कर दें. नीम ऑयल का छिड़काव करने से रस चूसने वाले कीट की रोकथाम हो जाएगी.
- इन सबके साथ ही खेत की नियमित रूप से साफ-सफाई करना बहुत जरूरी है.
सही पोषण देना भी जरूरी
फंगस से फसल को बचाने के लिए जरूरी उपाय करने के साथ ये भी बेहद जरूरी है कि किसान ड्रैगन फ्रूट की फसल को सही और भरपूर मात्रा में पोषण दें. ठंड के मौसम में पौधों को एक्स्ट्रा पोषण की जरूरत होती है. पौधों को पोटाश और सूक्ष्म पोषक तत्व देने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इससे पौधे ठंड और रोगों का बेहतर सामना कर पाते हैं.