मूंगफली के तेल में मिलावट से कैसे बचें? घर पर करें शुद्धता की आसान जांच

शुद्ध मूंगफली के तेल की खुशबू हल्की, मीठी और अखरोट जैसी होती है. जब आप तेल को सूंघते हैं तो उसमें ताजगी महसूस होती है. अगर तेल से तेज, अजीब या रासायनिक गंध आए तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है. रंग की बात करें तो असली मूंगफली का तेल हल्का पीला होता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 22 Dec, 2025 | 10:17 AM
Instagram

Adulteration Test: आज के समय में शुद्ध खाद्य तेल मिलना एक बड़ी चुनौती बन गया है. खासकर मूंगफली का तेल, जो अपने हल्के स्वाद और सेहत के लिए फायदों के कारण घरों में खूब इस्तेमाल होता है, उसमें मिलावट की शिकायतें बढ़ रही हैं. सस्ता तेल मिलाकर या रसायनों की मदद से रंग-गंध बदलकर कई बार बाजार में मिलावटी मूंगफली का तेल बेच दिया जाता है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आम लोग खुद ही कुछ आसान तरीकों से असली और नकली तेल की पहचान करना सीखें, ताकि सेहत से कोई समझौता न हो.

खुशबू और रंग से मिलती है पहली पहचान

शुद्ध मूंगफली के तेल की खुशबू हल्की, मीठी और अखरोट जैसी होती है. जब आप तेल को सूंघते हैं तो उसमें ताजगी महसूस होती है. अगर तेल से तेज, अजीब या रासायनिक गंध आए तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है. रंग की बात करें तो असली मूंगफली का तेल हल्का पीला होता है. बहुत ज्यादा गहरा या धुंधला रंग तेल की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करता है.

ठंड और गर्मी में तेल

मूंगफली का तेल ठंड में जमने लगता है. अगर आप थोड़ा सा तेल किसी कटोरी में डालकर फ्रिज में रखें, तो कुछ घंटों बाद वह अर्ध-ठोस हो जाएगा. यदि तेल पूरी तरह तरल ही रहे तो उसमें दूसरे तेल मिले हो सकते हैं. वहीं, गर्म करने पर शुद्ध मूंगफली का तेल जल्दी धुआं नहीं छोड़ता क्योंकि इसका स्मोक पॉइंट ज्यादा होता है. अगर तेल हल्की आंच पर ही जलने लगे या बदबू आने लगे, तो वह शुद्ध नहीं माना जाता.

बनावट और झाग से मिलावट का संकेत

असली मूंगफली का तेल ज्यादा गाढ़ा नहीं होता और आसानी से बहता है. हाथ में लेने पर यह चिपचिपा महसूस नहीं होता. तेल को किसी बोतल में डालकर हल्का सा हिलाने पर उसमें बहुत कम झाग बनता है और वह भी जल्दी खत्म हो जाता है. अगर झाग ज्यादा देर तक बना रहे, तो समझ लें कि तेल में कुछ गड़बड़ है.

साफ-सफाई पर ध्यान दें

तेल को कुछ समय तक किसी पारदर्शी बर्तन में स्थिर छोड़ दें. शुद्ध तेल आमतौर पर साफ दिखता है, जबकि मिलावटी तेल में नीचे तलछट या परत जम सकती है. इसके अलावा पैकेजिंग भी बहुत कुछ बताती है. अच्छी ब्रांडिंग, साफ बोतल और ठीक से सील किया गया ढक्कन तेल की गुणवत्ता का संकेत होता है.

लेबल और स्रोत की जांच जरूरी

तेल खरीदते समय उसके लेबल को जरूर पढ़ें. निर्माण तिथि, समाप्ति तिथि और गुणवत्ता प्रमाणन जैसी जानकारी पर ध्यान दें. भरोसेमंद ब्रांड और विश्वसनीय स्रोत से लिया गया तेल ज्यादा सुरक्षित होता है. अगर संभव हो तो कोल्ड-प्रेस या पारंपरिक तरीके से निकाला गया मूंगफली का तेल चुनें.

सेहत के लिए सतर्कता जरूरी

मूंगफली का तेल रोजमर्रा की रसोई का अहम हिस्सा है, इसलिए उसकी शुद्धता से समझौता नहीं किया जाना चाहिए. थोड़ी सी जागरूकता और घरेलू जांच से आप मिलावटी तेल से बच सकते हैं. शुद्ध तेल न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि लंबे समय तक आपकी सेहत का भी ख्याल रखता है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Side Banner

आम धारणा के अनुसार तरबूज की उत्पत्ति कहां हुई?