कैसे पता करें सरसों का तेल असली है या नकली, ये रहे आसान से 3 तरीके

तेल की शुद्धता मापने के लिए तीन आसान घरेलू टेस्ट को जरूर आजमाना चाहिए. इससे आप नुकसान से बच जाएंगे. शुद्ध तेल ही आपकी सेहत का साथी है, मिलावटी तेल बीमारियां दे सकता है.

धीरज पांडेय
Noida | Updated On: 31 Mar, 2025 | 11:35 AM

सरसों का तेल हमारे यहां सिर्फ खाना पकाने का जरिया नहीं है, ये सेहत का रखवाला भी है. दादी-नानी के नुस्खों से लेकर छोले-भटूरे के तड़के तक, सरसों का तेल हर रसोई की जान है. लेकिन जनाब, अब इसी तेल में खेल हो रहा है. मिलावटखोर लोग सस्ते रिफाइंड और घटिया तेल मिलाकर इसे बाजार में बेच रहे हैं और हम बड़े सुकून से सोचते हैं कि सेहतमंद रखने वाला तेल खा रहे हैं, जबकि हकीकत में बीमारियों को न्योता दे रहे होते हैं. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) की रिपोर्ट कहती है कि बाजार में मिलावटी तेल की भरमार है. अब सवाल उठता है कि पहचानें कैसे? दुकान पर तो कोई तेल के लिए मिलावट का बोर्ड नहीं लगाता! लेकिन घबराइए मत, FSSAI ने तीन जबरदस्त घरेलू टेस्ट बताए हैं, जिनसे आप घर बैठे ही तय कर सकते हैं कि आपके तेल में तड़का असली है या मिलावट का.

पहला पेपर टेस्ट

अब मान लीजिए कि आपने सरसों का तेल खरीदा और शक हो गया कि कहीं मिलावट तो नहीं? तो सबसे पहले कीजिए ‘पेपर टेस्ट’. एक सफेद कागज लीजिए, उस पर सरसों तेल की कुछ बूंदें डालिए और उसे सूखने दीजिए. अगर कागज पर गहरा पीला या भूरे रंग का दाग रह जाए, तो समझिए तेल में मिलावट है. असली तेल हल्का पीला दाग छोड़ता है, जो जल्दी गायब हो जाता है.

दूसरा कलर टेस्ट

अगर इस टेस्ट से संतुष्ट न हों, तो कीजिए ‘कलर टेस्ट’. शुद्ध सरसों का तेल हल्का पीला और कम चमकदार होता है. अगर तेल ज्यादा चमकदार और गहरे पीले रंग का है, तो समझिए इसमें मिलावट है. मिलावटी तेल में आमतौर पर रिफाइंड या अन्य घटिया क्वालिटी के तेल मिलाए जाते हैं, जिससे इसका रंग ज्यादा गहरा और चमकदार हो जाता है.

तीसरा स्मेल टेस्ट

अब बारी आती है तीसरे और सबसे दमदार ‘स्मेल टेस्ट’ की. सरसों का असली तेल बोले तो तीखी और तेज खुशबू वाला. अगर तेल में कच्ची सरसों जैसी तेज महक आ रही है, तो वह असली है. लेकिन अगर खुशबू हल्की, बासी या अजीब सी है, तो समझ लीजिए मिलावट का खेल हुआ है.

सेहत को खतरा

FSSAI का कहना है कि मिलावटी तेल का इस्तेमाल आपके लिवर, दिल और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. मिलावट वाले तेल में मौजूद घटिया तत्व पाचन तंत्र को कमजोर करते हैं और शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ाते हैं. तो अगली बार तेल खरीदने से पहले इन तीन आसान टेस्ट्स को जरूर आजमाइए. शुद्ध तेल ही आपकी सेहत का साथी है, मिलावटी तेल सिर्फ बीमारियों की चिट्ठी है. जागरूक रहिए, सतर्क रहिए और अपनी सेहत की रक्षा कीजिए.

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Published: 30 Mar, 2025 | 07:05 AM

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