अगर आपके घर में कोई ऐसा हिस्सा है जहां पर धूप कम आती है तो आप कॉफी के पौधे को उगा सकते हैं. कॉफी प्लांट उगाने के लिए सबसे पहले आपको चेरी या हरी कॉफी बीन्स ढूंढने की जरूरत है.
कॉफी के पौधे अपने प्राकृतिक वातावरण में ही बढ़ते हैं. अक्सर इनकी खेती ऐसी जगह पर की जाती है तो उष्णकटिबंधीय या पहाड़ी जगहों पर होते हैं और जहां पर बहुत ज्यादा नमी होती है. भारत के कुर्ग या चिकमंगलूर में जहां कॉफी की खेती होती है, वहां पर ऐसा ही वातावरण होता है.
कॉफी के लिए सही मिट्टी का होना बहुत जरूरी है और 6 पीएच के करीब वाली मिट्टी आदर्श होती है. ध्यान रखिएगा कि पौधे में पानी निकलने के लिए सही व्यवस्था हो क्योंकि अगर पानी जम जाएगी तो पौधा सड़ सकता है.
आपको इसे पर्याप्त पानी देते रहना है ताकि मिट्टी थोड़ी नम रहे. मिट्टी का बहुत सूखा या बहुत गीला होना पौधे के लिए अच्छा नहीं है. नमी बनाए रखने में मदद के लिए आप पानी से भरी कंकड़ ट्रे का भी उपयोग कर सकते हैं.
जैसे-जैसे पौधा बड़ा होगा, उसे दोबारा रोपने की जरूरत पड़ेगी. अगर पौधा दो फीट से भी ज्यादा लंबा हो गया है तो फिर उसकी छटाई जरूरी है. इसकी जड़ों को फैलने के पर्याप्त जगह की जरूरत होती है. इसलिए गमले का चुनाव भी ठीक से करें.