अब महंगे केमिकल खादों को कहिए टाटा-बाय बाय! घर में ऐसे बनाएं गोबर के उपलों से जैविक खाद

बाजार की केमिकल खादें मिट्टी को कुछ समय के लिए तो तेज बनाती हैं, लेकिन लंबे समय में उसकी उर्वरक क्षमता को खत्म कर देती हैं. वहीं देसी खाद, जैसे गोबर के उपलों से बनी खाद, न सिर्फ मिट्टी को जरूरी पोषण देती है बल्कि उसमें मौजूद सूक्ष्म जीवों को भी जिंदा रखती है.

नई दिल्ली | Updated On: 6 Aug, 2025 | 04:26 PM

आजकल हर कोई प्राकृतिक और देसी तरीकों की ओर लौट रहा है. खासतौर पर खेती-बाड़ी और बागवानी के मामले में लोग अब केमिकल से दूर भाग रहे हैं. और हो भी क्यों न? एक तो ये खादें महंगी होती हैं, ऊपर से मिट्टी की सेहत भी खराब कर देती हैं. ऐसे में अगर आप भी बग़ैर ज्यादा खर्च किए अपने पौधों को तंदुरुस्त बनाना चाहते हैं, तो एक बहुत ही आसान और घरेलू उपाय है, गोबर के उपलों से बनी खाद.

क्यों जरूरी है देसी जैविक खाद?

मिट्टी तभी तक उपजाऊ रहती है जब हम उसे जरूरत के हिसाब से पोषण दें और वो भी प्राकृतिक रूप में. बाजार की केमिकल खादें मिट्टी को कुछ समय के लिए तो तेज बनाती हैं, लेकिन लंबे समय में उसकी उर्वरक क्षमता को खत्म कर देती हैं. वहीं देसी खाद, जैसे गोबर के उपलों से बनी खाद, न सिर्फ मिट्टी को जरूरी पोषण देती है बल्कि उसमें मौजूद सूक्ष्म जीवों को भी जिंदा रखती है.

घर में ही बनाएं गोबर के उपलों से खाद, तरीका बेहद आसान

फायदे ही फायदे: मिट्टी भी स्वस्थ, पौधे भी हरे-भरे

गोबर के उपले से बनी ये खाद न सिर्फ सस्ती है, बल्कि पूरी तरह से प्राकृतिक भी है. इसमें कोई केमिकल नहीं होता, जिससे आपकी मिट्टी की उर्वरता सालों तक बनी रहती है. खास बात ये है कि इस खाद को आप गमलों, किचन गार्डन या खेत, हर जगह इस्तेमाल कर सकते हैं.

Published: 6 Aug, 2025 | 04:23 PM

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