अब भूल जाइए DAP! सर्दियों की ये सस्ती फसलें मिट्टी को बना रहीं सोना, बढ़ जाएगी पैदावार
Tips For Farmers: सर्दियों में जब खेत सूने दिखाई देते हैं तब कई किसान अपने खेतों की मिट्टी को बचाने का नया तरीका अपनाते हैं ‘ग्रीन मैन्योर’ फसलें. ये फसलें मिट्टी को ढककर उसे ठंड, कटाव और पोषक तत्वों की कमी से बचाती हैं. इतना ही नहीं, ये मिट्टी में नाइट्रोजन भी भरती हैं, जिससे गेहूं, सरसों और सब्जियों जैसी रबी फसलें ज्यादा ताकतवर होकर बढ़ती हैं.
Farming Tips: सर्दियों में खेत खाली छोड़ने से मिट्टी की ऊपरी परत खराब होती है और पोषक तत्व बह जाते हैं. लेकिन काऊपी (Cowpea), सनहेम्प (Sunhemp), मूंग (Moong Bean) जैसी ग्रीन मैन्योर फसलें जमीन को ढककर मिट्टी की संरचना और पोषण दोनों बचाती हैं.
Green Manure Crops: ये ज्यादातर दलहनी पौधे होते हैं, जो हवा से नाइट्रोजन खींचकर मिट्टी में जमा करते हैं. इससे अगली रबी फसल—गेहूं, सरसों या सब्जियों को प्राकृतिक रूप से ज्यादा ताकत मिलती है.
Green Manure Crop Benefits: ग्रीन मैन्योर फसलों के कोमल पत्ते और तने मिट्टी में जल्दी गल जाते हैं, जिससे जैविक पदार्थ (ऑर्गेनिक मैटर) बनता है. इससे मिट्टी में पानी रोकने की क्षमता बढ़ती है और फसलें सूखे में भी बेहतर टिकती हैं.
Winter Green Manure: ये फसलें पूरे खेत को घना कवर देती हैं, जिससे घास-फूस पनप नहीं पाती. साथ ही, तेज हवाओं व बारिश से मिट्टी का कटाव भी रुकता है और खेत की उपजाऊ परत सुरक्षित रहती है.
Rabi Crop Preparation: ग्रीन मैन्योर मिट्टी में अच्छे सूक्ष्मजीवों की संख्या को बढ़ाते हैं. यह माइक्रोब्स पोषक तत्वों को उपलब्ध कराने में मदद करते हैं, जिससे रबी की फसल जल्दी बढ़ती है और मजबूत जड़ बनाती है.
Rabi Crop Farming: सेसबानिया और वाइल्ड इंडिगो जैसे पौधे उन खेतों में भी उग जाते हैं जहां बाकी फसलें मुश्किल से बढ़ती हैं. ये जमीन को ढीला करते हैं, पोषण जोड़ते हैं और लंबे समय में खेत की ताकत वापस लौटाते हैं.