सर्दी में ट्रैक्टर की ये 6 बड़ी गलतियां पड़ सकती हैं भारी, इंजन-बैटरी से लेकर जेब तक पड़ेगा तगड़ा असर

Tractor Maintenance Tips: सर्दियों का मौसम जितना इंसान के लिए मुश्किल होता है, उतना ही यह किसानों की मशीनों के लिए भी चुनौती भरा होता है. खेतों में दिन-रात मेहनत करने वाला ट्रैक्टर अगर ठंड में जवाब दे दे, तो पूरा खेती का काम रुक सकता है. कड़ाके की ठंड, कोहरा और ओस इंजन, बैटरी और बॉडी पर सीधा असर डालते हैं, जिससे ट्रैक्टर स्टार्ट होने में परेशानी, जंग और अचानक खराबी जैसी समस्याएं सामने आती हैं. लेकिन अगर समय रहते सही देखभाल कर ली जाए, तो न सिर्फ ट्रैक्टर सुरक्षित रहता है बल्कि उसकी उम्र भी बढ़ जाती है.

नोएडा | Published: 16 Dec, 2025 | 02:00 PM
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ठंड में डीजल गाढ़ा हो जाता है, जिससे फ्यूल पाइप जाम होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा इंजन ऑयल भी गाढ़ा हो जाता है, जिससे स्टार्ट के समय इंजन पर ज्यादा दबाव पड़ता है. सर्दियों के अनुसार सही ग्रेड का इंजन ऑयल इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है.

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कम तापमान में ट्रैक्टर की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है. बैटरी के टर्मिनल पर जमी गंदगी और जंग को साफ करते रहें. डिस्टिल्ड वाटर का लेवल जांचें और हर 2–3 दिन में ट्रैक्टर को थोड़ी देर स्टार्ट जरूर करें.

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ओस और कोहरे की वजह से ट्रैक्टर की बॉडी पर नमी जम जाती है, जो आगे चलकर जंग का कारण बनती है. ट्रैक्टर को तिरपाल या कवर से ढककर रखें और रोजाना कुछ समय धूप में खड़ा करें, ताकि नमी सूख जाए.

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ठंड में हवा सिकुड़ने से टायरों का दबाव कम हो जाता है. इससे ईंधन खपत बढ़ती है और टायर जल्दी खराब हो सकते हैं. साथ ही ब्रेक शू, पैडल और क्लच की भी समय-समय पर जांच जरूरी है.

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फ्यूल टैंक में जमा पानी या गंदगी सर्दियों में जमकर इंजन को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए टैंक और फ्यूल पाइप की नियमित सफाई करें और ट्रैक्टर को ढके हुए स्थान पर ही खड़ा करें.

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सिर्फ पानी डालना सर्दियों में बड़ी गलती हो सकती है. ठंड में कूलेंट का इस्तेमाल जरूरी है, क्योंकि यह इंजन को जमने से बचाता है और तापमान संतुलित रखता है. रेडिएटर की समय-समय पर सफाई भी जरूरी है.

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