Facebook Instagram Twitter LinkedIn LinkedIn

सावधान! क्या आपकी गाय-भैंस कर रही है अजीब हरकतें? तो आपका जीवन भी है खतरे में

रेबीज एक खतरनाक वायरल बीमारी है, जो जानवरों और इंसानों दोनों को प्रभावित कर सकती है. ये बीमारी आमतौर पर संक्रमित जानवर के काटने या खरोंचने से फैलती है.

सावधान! क्या आपकी गाय-भैंस कर रही है अजीब हरकतें? तो आपका जीवन भी है खतरे में
नई दिल्ली | Published: 30 Apr, 2025 | 02:57 PM

गाय और भैंसें हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं, दूध से लेकर खेतों में काम तक, वो हमारी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जानवरों में भी रेबीज (Rabies) जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है? यह बीमारी सिर्फ कुत्तों तक सीमित नहीं है, बल्कि गाय और भैंसों में भी देखने को मिलती है. समय रहते लक्षण पहचानना और डॉक्टर से इलाज कराना बेहद जरूरी है, वरना जानवर की जान को खतरा हो सकता है और साथ ही इंसानों में फैलने का भी डर होता है.

हाल में ही ये देखा गया कि ऐसे जानवर, जिनमें रेबीज के लक्षण दिख रहे थे, उनका दूध पीने से कई लोगों की मौत हो गई. दरअसल अगर कोई जानवर रेबीज से संक्रमित होता है, तो उनके दूध में भी वायरस चला जाता है. ऐसे में जब भी कोई इंसान उनके दूध का सेवन करता है तो वह भी रेबीज का शिकार हो जाता है. तो चलिए जानते हैं कैसे पहचाने जानवरों में लक्षण, ताकि समय रहते हो सके उनका इलाज.

जानवरों में रेबीज कैसे होता है?

रेबीज एक खतरनाक वायरल बीमारी है, जो जानवरों और इंसानों दोनों को प्रभावित कर सकती है. ये बीमारी आमतौर पर संक्रमित जानवर के काटने या खरोंचने से फैलती है, क्योंकि उसके थूक (saliva) में वायरस मौजूद होता है. अगर कोई संक्रमित जानवर (जैसे कुत्ता, बिल्ली, चमगादड़ या कोई और जानवर) किसी गाय, भैंस, बकरी, घोड़े या दूसरे पशु को काट ले, तो वायरस उसके शरीर में चला जाता है.

लक्षण कितने दिनों में आते हैं?

लक्षण आमतौर पर 2 से 8 हफ्तों के भीतर दिखाई देते हैं, लेकिन कभी-कभी इससे ज्यादा समय भी लग सकता है.

रेबीज के लक्षण-

1.व्यवहार में बदलाव (Behavioral Changes)

रेबीज से ग्रसित जानवरों में सबसे पहले उनके व्यवहार में असामान्यता देखने को मिलती है.

2. न्यूरोलॉजिकल लक्षण (Neurological Symptoms)

रेबीज सीधे जानवर के दिमाग और नर्व सिस्टम पर असर करता है. इससे कई तरह के लक्षण दिख सकते हैं.

3. शारीरिक संकेत (Physical Signs)

क्या करें अगर लक्षण दिखें?

Topics: