Dairy Farming: पशुपालकों की किस्मत बदल देगा ये महीना! गर्भाधान का है ‘गोल्डन पीरियड’!
Dairy Farming Tips: क्या आप जानते हैं कि गाय-भैंस से ज्यादा दूध और बेहतर पैदावार सिर्फ चारे या देखभाल पर नहीं, बल्कि सही समय पर किए गए गर्भाधान पर भी निर्भर करती है? विशेषज्ञ बताते हैं कि हर साल एक ऐसा महीना आता है, जिसे डेयरी किसान “गोल्डन चांस” कहते हैं. क्योंकि इसी समय पशु सबसे ज्यादा हिट में आते हैं और गर्भ ठहरने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. यह महीना कौन सा है और क्यों इतना खास है? आइए जानते हैं…
Dairy Farming: विशेषज्ञों के मुताबिक नवंबर में तापमान न ज्यादा गर्म होता है और न ज्यादा ठंडा, जिससे गाय-भैंस के शरीर में हार्मोनल संतुलन मजबूत रहता है. इसी वजह से यह महीना गर्भाधान के लिए परफेक्ट माना जाता है.
Dairy Farming Tips In Hindi: नवंबर में मौसम स्थिर रहने के कारण गाय-भैंस की प्रजनन क्षमता स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है. वे ज्यादा हिट में आती हैं, जिससे गर्भ ठहरने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
Pashu Palan: पशु के शरीर में कीड़े होने पर पोषण ठीक से मिल नहीं पाता, जिससे कमजोरी आती है और गर्भ ठहरने में दिक्कत होती है. इसलिए विशेषज्ञ गर्भाधान से पहले कीड़े की दवा देना अनिवार्य बताते हैं.
Pashu Palan Ke Tips: नवंबर के महीने में हरा चारा आसानी से मिलता है, इसलिए पशु को दाना, हरा चारा और मिनरल मिक्सचर देना चाहिए. इससे उनका स्वास्थ्य, पाचन और प्रजनन क्षमता बेहतर बनी रहती है.
Cattle Farming: अगर किसान नवंबर में गर्भाधान करवाते हैं और साथ ही पोषण व दवा का ध्यान रखते हैं, तो गर्भ ठहरने की सफलता दर कई गुना बढ़ जाती है, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है.
Pashu Palan In Hindi: नवंबर में गर्भाधान कराने से पशु स्वस्थ रहते हैं और आगे चलकर दूध देने की क्षमता भी बढ़ती है. यह डेयरी किसानों के लिए मुनाफा बढ़ाने का सरल और वैज्ञानिक तरीका है.