केमिकल से पके आम एकदम एक जैसे पीले और बहुत चमकीले नजर आते हैं, जबकि नेचुरल रूप से पके आमों का रंग हल्के और गाढ़े पीले रंग का मिश्रण होता है.
नेचुरल आम से मीठी, ताजगी भरी खुशबू आती है जो आपको आम की गुणवत्ता का अहसास कराती है. वहीं, केमिकल पके आम में या तो कोई खुशबू नहीं होती या फिर उनमें एक अजीब सी केमिकल की गंध आती है.
केमिकल से पके आम देखने में भले अच्छे लगें लेकिन वे अक्सर काफी मुलायम और दबाने पर बहुत जल्दी दब जाते हैं. असली आम थोड़ा सख्त और संतुलित होता है.
इसके अलावा आप एक बर्तन में पानी में डालें. उसमें फिर आम डाल दें, अगर आम पानी में ऊपर तैरता है तो वह केमिकल से पका हुआ हो सकता है. असली आम कुछ देर में पानी में नीचे बैठ जाता है क्योंकि उसमें नमी और नेचुरल वजन ज्यादा होता है.
असली आम के छिलके पर छोटे-छोटे दाग या धब्बे होना आम बात है, जो इसके नेचुरल होने की निशानी है. केमिकल से पके आम बहुत चिकने, साफ और असाधारण रूप से चमकदार नजर आते हैं.
कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक रसायन अक्सर आमों को जल्दी पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. ये शरीर के लिए हानिकारक होते हैं और त्वचा में जलन, मुंह में छाले और पेट की समस्याएं तक पैदा कर सकते हैं.