चुनाव से पहले सीएम नीतीश का पिटारा खुला, रसोइयों, चौकीदारों-हेल्थ ट्रेनर्स को दोगुना पैसा मिलेगा
Bihar Assembly Election 2025: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार वासियों को सौगात दी है. बिहार सीएम ने रसोइयों, रात्रि प्रहरियों और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि की है.
बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने शुक्रवार को सरकारी स्कूलों में कार्यरत रसोइयों, रात्रि चौकीदारों और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य प्रशिक्षकों का मानदेय दोगुना कर दिया है. अब स्वास्थ्य अनुदेशकों 8 की बजाय 16 हजार रुपये मासिक मिलेंगे. जबकि, रात्रि प्रहरियों के मानदेय में सीधा 5000 रुपये मासिक की बढ़ोत्तरी की गई है. इसी तरह रसोईयों और अन्य कर्मचारियों का मानदेय भी बढ़ाया गया है. यह घोषणा राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले की गई. इसके पहले बीते दिन आशा वर्कर्स और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय और प्रोत्साहन राशि बढ़ेगी. उससे पहले बिजली यूनिट भी माफ करने की घोषणा की जा चुकी है. सरकार के इन फैसलों को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार ने X पर एक पोस्ट में कहा, “रसोइयों, रात्रि चौकीदारों और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य प्रशिक्षकों ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने उनके मानदेय को दोगुना करने और उनके पारिश्रमिक में सम्मानजनक वृद्धि करने का निर्णय लिया है.”
शिक्षा में सुधार के साथ बजट बढ़ा
उन्होंने कहा कि नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हमलोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं. वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट 4366 करोड़ रूपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रूपए हो गया है. बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति, नए विद्यालय भवनों के निर्माण एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास से शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है.
बढ़कर कितना मिलेगा मानदेय
शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में रसोइयों, रात्रि प्रहरियों तथा शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसे ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने इन कर्मियों की मानदेय राशि में सम्मानजनक वृद्धि करते हुए इसे दोगुना करने का निर्णय लिया है. शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रूपए से 3300 रूपए करने का निर्णय लिया गया है.
स्वास्थ्य अनुदेशकों 8 की बजाय 16 हजार मिलेंगे
वहीं, माध्यमिक/उच्च शिक्षा विद्यालय में कार्यरत रात्रि प्रहरी का मानदेय 5000 रूपए से दोगुना करते हुए इसे अब 10000 रूपए करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8 हजार रूपए से दोगुना करते हुए अब 16 हजार रूपए करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रूपए के स्थान पर 400 रूपए करने का निर्णय लिया गया है. इससे कार्यरत कर्मियों के मनोबल में वृद्धि होगी और वे अधिक उत्साह एवं लगन से अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे.
आशा और ममता कार्यकर्ताओं का भी बढ़ा है मानदेय
बिहार सरकार के आदेश के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में 2000 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है. उन्हें अब हर महीने 1000 रुपये की जगह 3000 रुपये मिलेंगे. वहीं, ममता कार्यकर्ताओं को हर प्रसव के लिए 300 रुपये की जगह 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से नीतीश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसे ध्यान में रखते हुए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा और ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए, उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है.