Bhavantar Yojana: सोयाबीन का मॉडल रेट 4000 रुपये तय, 13 नवंबर से किसानों के खाते में आएगा पैसा
Bhavantar Scheme for Soybean Farmers: : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोयाबीन किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम भाव मिलने की शिकायतों के बाद एमएसपी और मिले भाव के बीच का अंतर पाटने के लिए मॉडल रेट तय कर दिया है, जिसके आधार पर किसानों को भुगतान किया जाएगा.
Madhya Pradesh Soybean News: सोयाबीन किसानों को कम दाम पर उपज बिक्री की स्थिति में राज्य सरकार ने नुकसान की भरपाई के लिए भावांतर योजना लागू की है. भावांतर योजना के तहत सोयाबीन का मॉडल रेट 4000 रुपये प्रति क्विंटल तय कर दिया गया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रेट तय करते हुए घोषणा की कि 13 नवंबर से किसानों के खाते में राशि वितरित की जाएगी. बता दें कि मध्य प्रदेश में सोयाबीन खरीद चल रही है. लेकिन कई मंडियों में एमएसपी से कम भाव किसानों को मिला है, जिसके चलते अब राज्य सरकार किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी.
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से सोयाबीन किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाए जाने के उद्देश्य से सोयाबीन भावांतर योजना 2025 अंतर्गत सोयाबीन की खरीदी 24 अक्टूबर से चल रही है. यह खरीद प्रक्रिया लगभग 3 महीने यानी 15 जनवरी 2026 तक जारी रहेगी. अपनी सोयाबीन फसल की बिक्री के लिए मंडियों में किसान पहुंच रहे हैं. अभी उन्हीं किसानों की उपज की खरीद की जा रही है जिन्होंने ई-उपार्जन पोर्टल और भावांतर योजना के लिए पंजीयन कराए हैं.
किसानों को कई मंडियों में एमएसपी से कम भाव मिला
राज्य की कई मंडियों में किसानों ने न्यूतनम समर्थन मूल्य से कम भाव मिलने की शिकायत की है. भावांतर योजना के तहत रतलाम जिले की मंडियों में 26 अक्तूबर को खरीद के तीसरे दिन सोयाबीन उपज का औसत भाव 4200-4300 रुपये लगा. जबकि, एमएसपी 5328 रुपये प्रति क्विंटल है. रतलाम मंडी में सोयाबीन की हाईएस्ट बोली 4690 रुपये लगी. जबकि, जावरा मंडी में 5151 रुपये प्रति क्विंटल और नामली मंडी में सोयाबीन उपज की बोली 4751 रुपये प्रति क्विंटल लगी है. तीनों ही मंडियों में किसानों को एमएसपी से कम भाव मिला.
सीएम ने तय किया सोयाबीन के लिए मॉडल रेट 4000 रुपये
किसानों को एमएसपी से कम भाव मिलने की शिकायतों के बाद एमएसपी और मिले भाव के बीच का अंतर पाटने के लिए मॉडल रेट तय कर दिया है, जिसके आधार पर किसानों को भुगतान किया जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोयाबीन के लिए मॉडल रेट 4000 रुपये तय किया है. इसके अलावा एमएसपी लाभ के लिए 1300 रुपये अतिरिक्त किसानों को दिए जाएंगे. अगर दोनों रकम को जोड़ दें तब भी एमएसपी 5328 रुपये से 28 रुपये कम बैठता है.
13 नवंबर से किसानों के खाते में पहुंचेगा पैसा
इसका मतलब है कि अगर किसान की सोयाबीन 4000 रुपये मॉडल रेट पर बिकती है तो उसको भावांतर योजना के तहत 1300 रुपये के साथ ही 28 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से राज्य सरकार भुगतान करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को उपज का दाम मिलने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 13 नवंबर से राशि किसानों के खाते में भेजना शुरू करेगी.
‘भावान्तर योजना’ के अंतर्गत आज मॉडल रेट ₹4,000 से अधिक प्रति क्विंटल घोषित कर दिया गया है। MSP का पूर्ण लाभ दिलाने के लिए सोयाबीन उत्पादक किसानों को अलग से ₹1,300 प्रति क्विंटल देंगे।
आगामी 13 नवंबर को किसानों को इसका लाभ वितरित करेंगे। pic.twitter.com/FjOuTSGFkV
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 7, 2025
भावांतर योजना का लाभ देने के लिए कंट्रोल रूम
भावांतर योजना के तहत सोयाबीन किसानों, किसान संगठनों, व्यापारी संगठनों, मंडी बोर्ड, मंडी समितियों के अधिकारिओं, कर्मचारियों की सुविधा के लिए भोपाल स्थित मंडी बोर्ड मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है जो सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक चालू रहेगा. कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर 0755-2556207 है. किसी भी सूचना, समस्या के संबंध में कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकता है. कंट्रोल रूम प्रभारी अधिकारी के रूप में संयुक्त संचालक संगीता ढ़ोके को नियुक्त किया गया है.