गाय या भैंस पालना जितना फायदेमंद हो सकता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी. खासतौर पर तब जब दूध निकालते वक्त आपकी गाय बार-बार लात मारने लगे. इससे न केवल दूध बर्बाद होता है, बल्कि कई बार पशुपालकों को चोट भी लग जाती है. गुस्से में आकर अगर पशुपालक भी गाय के साथ सख्ती बरतें, तो इससे गाय और ज्यादा तनाव में आ जाती है और दूध देना भी कम कर देती है. ऐसे में जरूरी है कि आप इस व्यवहार के पीछे की असली वजह समझें और शांत दिमाग से इसका हल निकालें. आइए जानते हैं, गाय के लात मारने की मुख्य वजहें और उनसे निपटने के आसान तरीके.
गाय दूध निकालते समय लात क्यों मारती है?
गर्भधारण या हीट के समय बदलाव- गाय गर्भवती हो या लंबे समय बाद हीट में आई हो, तो उसका मूड चिड़चिड़ा हो सकता है.
शारीरिक दर्द या थनों की तकलीफ- अगर गाय के थनों में सूजन, दर्द या कोई और तकलीफ हो, तो वह लात मारकर अपनी असहजता जाहिर कर सकती है.
कमजोरी या कुपोषण- यदि गाय को पर्याप्त पोषण नहीं मिल रहा, तो कमजोरी के चलते वह असहज हो सकती है.
व्यक्ति से नाराजगी- कभी-कभी गाय किसी खास व्यक्ति से चिढ़ जाती है और उसी को लात मारती है.
गर्मी या असुविधाजनक माहौल- अत्यधिक गर्मी, मच्छर या गंदगी भी पशु को परेशान करती है, जिससे उसका व्यवहार चिड़चिड़ा हो सकता है.
गाय को लात मारने से कैसे रोकें?
खिलाएं मनपसंद दाना या चारा
गाय का ध्यान भटकाने के लिए दूध निकालते समय उसे कुछ स्वादिष्ट खाने को दें. इससे वह शांत रहती है और लात मारने की संभावना कम हो जाती है.
वातावरण आरामदायक बनाएं
गर्मी में गाय के आसपास पंखा या कूलर रखें. साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि उसे कोई असुविधा न हो.
दूसरे व्यक्ति से दूध निकलवाएं
अगर गाय किसी विशेष व्यक्ति से चिढ़ी हो, तो कोशिश करें कि कोई और उसका दूध निकाले.
पैर को हल्के से बांधें
अगर कोई भी उपाय काम न करें तो गाय के आगे के एक पैर को मोड़कर नरम रस्सी से बांध दें, पर ध्यान रहे की यह आखिरी ऑप्शन होना चाहिए, क्योंकि इससे गाय और ज्यादा परेशान हो सकती है.
दर्द या बीमारी की जांच कराएं
अगर ऊपर दिए गए उपाय काम न करें, तो पशु चिकित्सक से जरूर दिखाएं. हो सकता है गाय किसी दर्द या रोग से परेशान हो.
धैर्य और समझदारी से पाएं समाधान
हर पशु का व्यवहार अलग होता है. ऐसे में पशुपालकों को चाहिए कि वे गाय के स्वभाव और स्वास्थ्य को ध्यान से समझें. प्यार, धैर्य और सही देखभाल से आप इस समस्या को बड़ी आसानी से हल कर सकते हैं वो भी बिना गाय को नुकसान पहुंचाए और बिना दूध की बर्बादी के.