अपराजिता एक खूबसूरत बेल है, जो अपने सुनहरे फूलों से बगीचे और घर को सजाती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका अपराजिता का पौधा खूब हरा-भरा और फूलों से भरा रहे, तो सही समय पर उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है. खासकर सितंबर का मौसम अपराजिता के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.
क्यों नहीं आते फूल?
अगर आपके पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो इसके पीछे मुख्य कारण पोषक तत्वों की कमी हो सकता है. अपराजिता की मिट्टी को पर्याप्त जैविक खाद और सही देखभाल की जरूरत होती है.
वर्मी कंपोस्ट से पौधे को मजबूत बनाएं
वर्मी कंपोस्ट अपराजिता के पौधे के लिए एक बेहतरीन जैविक खाद है. यह मिट्टी में पोषक तत्वों को सक्रिय करता है और जड़ों को मजबूत बनाता है. मजबूत जड़ें पौधे को तेजी से बढ़ने और सुंदर फूल देने में मदद करती हैं.
इस्तेमाल करने का तरीका
- पहले मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें.
- जड़ों के चारों ओर 2-3 चम्मच वर्मी कंपोस्ट डालें.
- हल्की मिट्टी से ढककर पानी दें.
- इसे हर 20-30 दिन में दोहराएं.
- इससे आपका अपराजिता का पौधा हरा-भरा होगा और फूल जल्दी खिलेंगे.
नीम खली से कीट और बीमारी से बचाएं
नीम खली सिर्फ पौधे को पोषण नहीं देती, बल्कि इसे कीटों और बीमारियों से भी बचाती है. यह मिट्टी की गुणवत्ता सुधारती है और फूलों की संख्या बढ़ाती है.
इस्तेमाल करने का तरीका
- मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें.
- मिट्टी में 2-3 चम्मच नीम खली मिलाएं.
- इसे हर 15-20 दिन में दोहराएं.
इस नियमित देखभाल से सितंबर के अंत तक आपका अपराजिता का पौधा ढेर सारे सुंदर फूल दे सकता है.
जरूरी टिप्स
धूप का ध्यान: अपराजिता को बहुत ज्यादा धूप में रखें तो पत्तियां झुलस सकती हैं. हल्की छांव में रखना बेहतर होता है.
प्रूनिंग: हर 20 दिन में सूखी टहनियां और पत्तियां काटें. इससे नई शाखाएं निकलती हैं और फूल ज्यादा खिलते हैं.
सर्दियों में चिंता न करें: अगर बेल सूख जाए, तो उसे फेंकें नहीं. गर्मियों में यह फिर से हरा-भरा होकर फूल देगा.