अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ गुजरात में जोरदार प्रदर्शन, इफको चेयरमैन दिलीप संघाणी भी सड़कों पर उतरे
भारतीय जन परिषद की ओर से आयोजित टैरिफ के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में भारी संख्या में लोग शामिल हुए है. लोगों ने अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार किया.
अमेरिकी टैरिफ के विरोध में गुजरात में लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया. भारतीय जन परिषद की ओर से आयोजित टैरिफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में लोग शामिल हुए है. पूरे राज्य में पहला विरोध प्रदर्शन अमरेली में हुआ और यहां पर गुजरात के प्रथम मुख्यमंत्री जीवराज महेता की प्रतिमा को माल्यार्पण कर अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार किया गया. इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
अमेरिकी वस्तुओं का बहिष्कार
खाद्यान्न संकट दौरान अमेरिका द्वारा भारत को कमजोर गेहूं भेजने के खिलाफ तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री अनशन पर बैठे थे. बाद में अटलजी के नेतृत्व में किया गया पोखरण परिक्षण के खिलाफ भारत ने अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों का डटकर सामना किया था. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के कारण रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता से अमेरिका ईर्ष्या करता है. अमेरिकी वस्तुओं के बहिष्कार में इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी, पूर्व सांसद नारणभाई काछडीया, पूर्व ज़िला भाजपा अध्यक्ष डॉ. भरतभाई कानाबार सहित बड़ी संख्या में नागरिको उपस्थित रहे.
भारत से ईर्ष्या करता है अमेरिका
भारत पहले भी अमेरिका की ईर्ष्या का शिकार हो चुका है. जब देश में खाद्यान्न संकट था, तब पशुओं के चारे के लिए भी उपयुक्त न होने वाला गेहूं अमेरिका ने भारत भेजकर दबाने की कोशिश की थी. तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अनशन किया था. पोखरण परीक्षण के बाद भारत की परमाणु क्षमताओं के कारण अमेरिका ने आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे, तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी जी पूरे देश के समर्थन से अमेरिका के खिलाफ डटे रहे.
अब बात करते हैं ऑपरेशन सिंदूर की. पाकिस्तान के विरुद्ध आक्रामक ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से अमेरिका को भारत की रक्षा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता और विश्व नेता की छवि कतई पसंद नहीं आई. इसलिए उसने भारत को दबाने के लिए टैरिफ आतंक लागू कर दिया.
दुनिया को दबाने के लिए टैरिफ नीति लाए ट्रंप
भारत की सभी क्षेत्रों में प्रगति और बढ़ती लोकप्रियता ने बार-बार पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है. भारत समेत पुरी दुनिया को दबाने के लिए टैरिफ नीति अपना रहा ट्रंप शासन.
घरेलू व्यापार और उत्पादन को समर्थन देने के प्रयास में, इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी के नेतृत्व में भारतीय जन परिषद द्वारा अमेरिकी उत्पादों के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें एक विशाल जनसमूह ने भाग लिया. विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार भी किया. उल्लेखनीय है कि अमेरिका की टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए विरोध प्रदर्शन की पहल गुजरात के अमरेली में की गई, जिसमें बड़ी संख्या में जन समूह उमडा.