तिलहनी फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही यूपी सरकार, किसानों को मुफ्त में बांटी जा रही बीज मिनीकिट

तिलहनी फसलों में मौजूद पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इनके सेवन से दिल की बीमारी और कैंसर जैसे गंभीर रोगों का खतरा कम होता है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 2 Aug, 2025 | 05:16 PM

उत्तर प्रदेश सरकार और कृषि विभाग प्रदेश के किसानों के विकास और कृषि क्षेत्र के विस्तार के लिए लगातार सक्रिय रहते हैं. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने अब तिहलनी फसलों की खेती को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. जिसके तहत प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में किसानों को तोरिया यानी लाही के बीजों की मिलीकिट फ्री में उपलब्ध कराई जा रही है. कृषि विभाग की इस पहल से प्रदेश के किसानों को तिलहनी फसलों की खेती के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि, आगे चलकर तिलहनी उत्पादों की मदद से किसान अच्छी कमाई कर सकें और आर्थिक तौर पर मजबूत बन सकें. बता दें कि तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने तिलहन बीज मिनीकिट वितरण योजना की शुरुआत की है. जिसके लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

ऑनलाइन करें आवेदन

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के दवारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की तरफ से चलाई जा रही तिलहन बीज मिनीकिट वितरण योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. कृषि विभाग की तरफ से आवेदन करने की अंतिम तारीश 15 अगस्त 2025 तय की गई है. बता दें कि इस योजना के तहत विभाग की तरफ से किसानों को तोरिया यानी लाही के बीज की मिनीकिट बांटी जा रही है वो भी बिल्कुल फ्री. इस मिनिकिट में तोरिया के 2 किलोग्राम बीज का पैकेट होता है. ध्यान देने वाली बात ये है कि इस योजना का लाभ वही किसान उठा सकेंगे जो प्रेदश के कृषि विभाग के पोर्टल पर पहले से पंजीकृत हैं.

पीओएस मशीन से होगा वितरण

प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा किसानों से अपील की गई है कि वे प्रदेश सरकार की योजना का लाभ उठान के लिए किसान 2 अगस्त से 15 अगस्त के बीज आवेदन करें. बता दें कि योजना के तहत चुने गए किसानों को पीओएस मशीन के माध्यम से राजकीय कृषि बीज भंडारों से बीज मिनीकिट बांटी जाएगी. विभाग ने बताया कि तय किए गए लक्ष्य से ज्यादा आवेदन आने की स्थिति में लॉटरी के माध्यम से लाभ लेने वाले किसानों का चुनाव किया जाएगा. कृषि विभाग की यही कोशिश है कि पूरी तरह से पारदर्शित बनाते हुए योजना को सफलतापूर्वक संचालिक किया जा सके.

पोषक तत्वों से भरपूर हैं तिलहनी फसलें

तिलहनी फसलों में मौजूद पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इनके सेवन से दिल की बीमारी और कैंसर जैसे गंभीर रोगों का खतरा कम होता है. उपभोक्ताओं के लिए तिलहनी फसलें खाने वाले तेल और सेहत के लिए जरूरी वसा की कमी को पूरा करते हैं. इन फसलों में तोरिया, तिल, सोयाबीन, सूरजमुखी, मूंगफली आदि शामिल हैं. वहीं बात करें इन फसलों की खेती की तो इनकी खेती से किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है.

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