छठ पूजा के मौके पर जानें, असली और नकली गुड़ की पहचान कैसे करें?

अगर आप छठ पूजा के लिए गुड़ खरीद रहे हैं, तो सबसे पहले उसके रंग पर ध्यान दें. असली गुड़ का रंग हल्का भूरा या सुनहरा होता है. यह न तो बहुत चमकदार दिखता है और न ही बहुत गहरा पीला. अगर गुड़ को देखते ही उसमें चमक या कृत्रिम पीला रंग झलकता है, तो समझ लें कि उसमें केमिकल की मिलावट हो सकती है.

नई दिल्ली | Published: 27 Oct, 2025 | 11:20 AM

Jaggery Purity: छठ पूजा के दौरान गुड़ का खास महत्व होता है. इस पवित्र पर्व पर गुड़ से बने ठेकुआ, पेड़ा और प्रसाद न सिर्फ परंपरा का हिस्सा हैं बल्कि इसे पवित्रता और सच्चे भाव का प्रतीक भी माना जाता है. लेकिन आज के समय में बाजार में मिलने वाला हर गुड़ शुद्ध नहीं होता. कई व्यापारी इसे सुंदर और चमकदार दिखाने के लिए केमिकल और कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में असली और नकली गुड़ की पहचान करना बहुत जरूरी हो जाता है, ताकि न केवल आपकी सेहत सुरक्षित रहे बल्कि पूजा का प्रसाद भी पूरी तरह सात्विक और शुद्ध हो.

गुड़ में मिलावट कैसे होती है

बाजार में गुड़ को जल्दी जमाने और उसे आकर्षक रंग देने के लिए कई बार उसमें हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, चूना, फिटकरी या कृत्रिम रंग मिलाए जाते हैं. ये तत्व देखने में गुड़ को चमकदार और एकसमान बनाते हैं, लेकिन शरीर के लिए बेहद हानिकारक होते हैं. लंबे समय तक ऐसे केमिकलयुक्त गुड़ का सेवन करने से लिवर, किडनी और पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है.

रंग से पहचानें असली गुड़

अगर आप छठ पूजा के लिए गुड़ खरीद रहे हैं, तो सबसे पहले उसके रंग पर ध्यान दें. असली गुड़ का रंग हल्का भूरा या सुनहरा होता है. यह न तो बहुत चमकदार दिखता है और न ही बहुत गहरा पीला. अगर गुड़ को देखते ही उसमें चमक या कृत्रिम पीला रंग झलकता है, तो समझ लें कि उसमें केमिकल की मिलावट हो सकती है. असली गुड़ देखने में सादा, थोड़ा रूखा और मिट्टी जैसा नैचुरल रंग लिए होता है.

गंध और स्वाद से करें पहचान

असली गुड़ को सूंघने पर हल्की मिट्टी या गन्ने की प्राकृतिक मिठास जैसी गंध आती है. जबकि नकली गुड़ में रासायनिक या तेज गंध महसूस होती है, जो कई बार नाक में चुभती है. वहीं, स्वाद के आधार पर भी आप इसे पहचान सकते हैं. असली गुड़ का स्वाद हल्का मीठा और संतुलित होता है, जबकि नकली गुड़ का स्वाद बहुत अधिक मीठा और कभी-कभी कड़वाहट लिए होता है.

पानी से करें सरल टेस्ट

एक आसान घरेलू तरीका है पानी टेस्ट. इसके लिए एक गिलास साफ पानी लें और उसमें थोड़ा गुड़ डालें. असली गुड़ धीरे-धीरे नीचे बैठ जाएगा और पानी साफ रहेगा. लेकिन अगर गुड़ नकली है, तो वह घुलने लगेगा और पानी का रंग बदल जाएगा या उसमें कुछ कण तैरने लगेंगे. यह संकेत है कि गुड़ में मिलावट की गई है.

हाथ से जांचें बनावट और नमी

असली गुड़ आमतौर पर हाथ से आसानी से टूट जाता है और हाथों में नहीं चिपकता. जबकि नकली गुड़ बहुत सख्त होता है और उसे तोड़ने में मेहनत लगती है. कई बार केमिकल वाले गुड़ में नमी अधिक होती है, जिससे वह हाथों में चिपकने लगता है. इसलिए खरीदते समय उसकी बनावट जरूर जांचें.

सेहत पर असर और सावधानी

केमिकल वाले गुड़ का सेवन शरीर में टॉक्सिन बढ़ा सकता है. इससे लिवर और पेट से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है. बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह और भी नुकसानदायक साबित हो सकता है. इसलिए हमेशा भरोसेमंद दुकानों से ही गुड़ खरीदें और उसे छठ पूजा या रोजमर्रा के खाने में इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह परख लें.

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