गन्ना बकाया और दाम बढ़ाने को लेकर किसान लामबंद, महापंचायत में जमीन बिक्री समेत कई मुद्दों पर बरसे
महापंचायत के दौरान किसान नेताओं ने प्रीपेड/स्मार्ट बिजली मीटर का भी विरोध किया. नेताओं ने इसे किसान-मजदूर विरोधी कदम करार दिया.
पंजाब के किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में पंजाब किसान मजदूर यूनियन और किसान संघर्ष कमेटी सहित कई किसान संगठनों ने बुधवार को जालंधर जिले के कुक्कड़ गांव में ‘जमीन बचाओ, गांव बचाओ, पंजाब बचाओ’ महापंचायत का आयोजन किया. इसमें भारी बारिश के बावजूद हजारों किसानों और मजदूरों ने भाग लिया. महापंचायत में किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं ने पंजाब सरकार की किसान विरोधी नीतियों की कड़ी निंदा की. नेताओं ने कहा कि सरकार ‘लैंड पूलिंग पॉलिसी’ के जरिए किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रही है. साथ ही किसान नेताओं ने सरकार से गन्ना बकाया और दाम बढ़ाने की मांग की.
महापंचायत के दौरान किसान नेताओं ने प्रीपेड/स्मार्ट बिजली मीटर का भी विरोध किया. नेताओं ने इसे किसान-मजदूर विरोधी कदम करार दिया. साथ ही कहा कि जमीन हड़पने के लिए 2013 के भूमि अधिग्रहण अधिनियम को लागू न करके ‘विकास’ के नाम पर किसानों को लूटा जा रहा है. खास बात यह है कि बैठक के दौरान किसान नेताओं ने कई प्रस्ताव भी पारित किए.
किसान मजदूर मोर्चा के ये हैं प्रस्ताव
- कोई भी किसान अपनी कृषि भूमि किसी भी कीमत पर न बेचे
- पंजाब सरकार तुरंत 2 लाख रुपये का उचित मुआवजा दे
- पूरे राज्य में बाढ़ प्रभावित किसानों को 70,000 रुपये प्रति एकड़ और बाढ़ प्रभावित मजदूरों को भी 7,000 रुपये दिए जाएं
- बाढ़ के कारण घरों, पशुओं और संपत्ति को हुए नुकसान का भी उचित मुआवजा दिया जाए
- पंजाब में प्रीपेड/स्मार्ट मीटर लगाने की योजना का कड़ा विरोध किया जाएगा
- भगवंत मान सरकार तुरंत प्रीपेड/स्मार्ट मीटर लगाना बंद करे
- पंजाब राज्य बिजली बोर्ड के निजीकरण की योजना को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा
- गन्ना किसानों का पिछले वर्ष का लंबा बकाया तुरंत जारी किया जाए
- गन्ने का रेट 500 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए
प्रस्ताव पारित करने के बाद किसान नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में बिजली के निजीकरण की बनाई जा रही योजनाओं के खिलाफ बड़ी घोषणाएं की जाएंगी. खास बात यह है कि इस महापंचायत में पंजाब किसान मजदूर यूनियन से सुखजीत सिंह हरदोझंडे और किसान संघर्ष कमेटी से इंद्रजीत सिंह कोटबुढ़ा विशेष रूप से उपस्थित थे.
ये किसान नेता थे उपस्थित
इस अवसर पर किसान मजदूर मोर्चा का प्रतिनिधित्व भारतीय किसान यूनियन बेहराम के प्रदेश अध्यक्ष बलवंत सिंह बेहराम, प्रदेश उपाध्यक्ष चमकौर सिंह उस्मान वाला, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सरवन सिंह पंधेर, प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह साबरा, भारतीय किसान यूनियन द्वाबा के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह राय, सतनाम सिंह साहनी, जसविंदर सिंह लोंगोवाल और भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद से दिलबाग सिंह हरिगढ़, प्रदेश अध्यक्ष बलदेव सिंह जीरा और बीबी सुखविंदर कौर भी उपस्थित थे.