आम न केवल स्वाद में लाजवाब होने के साथ पोषण से भरपूर होता है. यह आम इतना खास है कि इसे साल 1999 और 2010 में नेशनल अवॉर्ड और ‘किंग ऑफ मैंगो’ से सम्मानित किया जा चुका है.
इसी बीच हम आपके लिए आम की एक ऐसी किस्म लेकर आए हैं जो पुरी दुनिया में अपनी विशालता और स्वाद के लिए जानी जा रहीं है. तो आइए जानते हैं इस आम के खासियत और इसके खेती के तरीकों के बारें में.
इसे नूरजहां आम के नाम से जाना जाता है. यह स्वाद के साथ अपने नाम के लिए भी काफी मशहुर है. इसे लेकर लोगों का कहना हैं की इसका नाम मुगल सम्राट जहांगीर की पत्नी नूरजहां के नाम पर रखा गया है.
यह आम अफगानिस्तान से भारत आया था. और फिर गुजरात से मध्य प्रदेश. अब यह आम मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा में पाया जाता है. इसका साइंटिफिक नाम Mangifera indica होता है.
एक आम का वजन 3 से 3.5 किलो और इसकी लंबाई एक फुट तक हो सकती है. इस आम के पेड़ में जनवरी और फरवरी महीने में मंजर लग जाते हैं और जून तक बाजार में बिक्री के लिए तैयार हो जाता है.
एक नूरजहां आम की औसतन कीमत 1000 से 1200 रुपये तक की होती है. अपनी दुर्लभता और खासियत के कारण देश-विदेशों में इस आम की डिमांड अधिक रहती है.
नूरजहां आम के पेड़ को उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी की और पर्याप्त धूप की आवश्यकता होती है. इन्हें नियमित रूप से पानी देने के साथ समय-समय इसकी छंटाई भी करें ताकी पेड़ अच्छे से विकसित हो सके.