यूपी में महिलाओं के लिए नई मत्स्य पालन योजना, तालाब पर तकनीक सिस्टम लगेगा और कमाई बढ़ेगी

यूपी सरकार की सघन मत्स्य पालन योजना से महिलाएं मछली पालन कर आत्मनिर्भर बनेंगी. योजना में एयरेटर सिस्टम, आर्थिक अनुदान और तकनीकी सहायता दी जाएगी. पात्र महिलाएं 31 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 20 Aug, 2025 | 10:46 AM

रायबरेली की धरती एक बार फिर बदलाव की ओर कदम बढ़ा रही है, लेकिन इस बार हाथ में जाल नहीं, हौंसले हैं. अब गांव की महिलाएं केवल घरेलू जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि तालाबों में तैरती मछलियों से अपनी किस्मत भी बदलेंगी. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही सघन मत्स्य पालन योजना न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि मत्स्य पालन क्षेत्र में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित करेगी.

इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को मछली पालन के लिए जरूरी तकनीकी सहायता और आर्थिक अनुदान दोनों दे रही है. चलिए जानते हैं इस योजना की अहम बातें और कैसे महिलाएं इसका लाभ उठा सकती हैं

केवल महिलाओं के लिए विशेष योजना

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूपी मत्स्य विभाग ने सघन मत्स्य पालन योजना खास तौर पर महिलाओं के लिए शुरू की है. इसके तहत एयरेशन सिस्टम (Aeration System) की स्थापना की जाएगी जिससे तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी और मछलियों का उत्पादन बेहतर होगा. इस योजना का लाभ केवल महिला मत्स्य पालकों को मिलेगा, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनने में मदद मिलेगी.

कौन महिलाएं ले सकती हैं लाभ?

इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो:

  • स्वयं का मत्स्य बीज हैचरी चलाती हैं या निजी/पट्टे के तालाब पर मछली पालन करती हैं.
  • जिनके पास कम से कम 5 साल के लिए तालाब का पट्टा है.
  • जिनका तालाब 0.5 हेक्टेयर या उससे अधिक क्षेत्रफल का हो.
  • पहले से प्रति हेक्टेयर 4 से 5 टन मछली उत्पादन कर रही हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.
  • इसके तहत 0.5 हेक्टेयर के तालाब पर एक एयरेटर और 1.0 हेक्टेयर या उससे बड़े तालाब पर अधिकतम दो एयरेटर लगाए जा सकेंगे.

कितना मिलेगा सरकारी अनुदान?

  • सरकार इस योजना में आर्थिक मदद भी दे रही है.
  • सामान्य और पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा.
  • अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग की महिलाओं को 60 फीसदा तक का अनुदान दिया जाएगा.
  • एयरेटर सिस्टम की मदद से मछलियों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलेगी, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी होगी और महिलाओं की आमदनी भी बढ़ेगी.

आवेदन की प्रक्रिया और अंतिम तिथि

जो भी महिलाएं इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं, उन्हें 31 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

आवेदन के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों की जरूरत होगी:

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक पासबुक की छाया प्रति
  • खसरा-खतौनी
  • तालाब के पट्टे की छाया प्रति

आवेदन वेबसाइट:- https://fisheries.up.gov.in

आवेदन के बाद मत्स्य विभाग द्वारा स्थल का निरीक्षण किया जाएगा और पात्र महिलाओं को योजना का लाभ दिया जाएगा.

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Published: 20 Aug, 2025 | 10:43 AM

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