बरेली के पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) ने 15 साल की मेहनत के बाद एक बायो एक्टिव ग्लू विकसित किया है, जो एक्सीडेंट में घायल पशुओं की टूटी हड्डियों और टिशू को बिना सर्जरी, बिना रॉड-पट्टी के तेज़ी से ठीक करता है। भैंस के टिशू से बने इस ग्लू का सफल परीक्षण छोटे जानवरों और कुछ इंसानों पर भी हो चुका है.