महिंद्रा ट्रैक्टर ने अमेरिका में रचा इतिहास, 3 लाख ट्रैक्टर बेचकर जीता किसानों का भरोसा
महिंद्रा अब सिर्फ पारंपरिक ट्रैक्टर नहीं बना रहा है. कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों (e-Tractors) और AI आधारित स्मार्ट फार्मिंग तकनीकों की दिशा में भी काम कर रही है.
जब भारतीय ट्रैक्टर अमेरिका की धरती पर पहली बार उतरे थे, तो बहुतों ने शक की निगाह से देखा था, क्या ये वाकई टिक पाएंगे? लेकिन तीन दशक बाद, अब वही शक तारीफ में बदल चुका है. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अमेरिका में 3 लाख ट्रैक्टर बेचकर न सिर्फ एक नया रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि भारतीय तकनीक और मेहनत दुनिया के सबसे बड़े कृषि बाजारों में भी दमदार है.
छोटी शुरुआत से बड़ी कामयाबी तक
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर इस बड़ी उपलब्धि को साझा किया. उन्होंने बताया कि अमेरिका में कंपनी की शुरुआत बहुत छोटी थी-एक ट्रैक्टर और एक बड़ा सपना. उस समय अमेरिकी किसान इन ट्रैक्टरों को लेकर आश्वस्त नहीं थे.
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर एक किस्सा भी साझा किया- रिप इवांस नाम के एक पुराने कर्मचारी का, जो प्रेस की हुई जींस, काउबॉय हैट और बूट पहनकर अपने पिकअप ट्रक में एक महिंद्रा ट्रैक्टर लेकर टेक्सास की सड़कों पर निकलते थे. वह हर एक किसान को समझाते थे “यह है भारत का दमदार ट्रैक्टर.” धीरे-धीरे भरोसे की यह नींव अमेरिका के कोनों में फैलने लगी.
A significant milestone for Mahindra Agri North America @Mahindra_USA
I vividly remember when our company tentatively introduced our tractors to the USA more than 3 decades ago.
We had a legendary colleague, Rip Evans who—dressed in his trademark ironed jeans and cowboy hat… pic.twitter.com/A4dPQF03gV
— anand mahindra (@anandmahindra) July 8, 2025
30 साल में बदली तस्वीर
तीन दशक में महिंद्रा अमेरिका के प्रमुख ट्रैक्टर ब्रांड्स में शुमार हो चुका है. अब यह सिर्फ एक ट्रैक्टर कंपनी नहीं, बल्कि अमेरिकी किसानों के साथ साझेदारी की एक मिसाल बन गई है. इस मौके पर आनंद महिंद्रा ने लिखा “हम विनम्र रहेंगे और अपने किसानों की सेवा में समर्पित रहेंगे. वे दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि पूरा महाद्वीप खा सके, उन्हें सबसे बेहतर की जरूरत है.”
कंपनी ने इसे बताया भरोसे और संघर्ष की यात्रा
महिंद्रा की ओर से जारी बयान में कहा गया “3 लाख ट्रैक्टर बेचने का मतलब सिर्फ आंकड़े नहीं हैं. यह साझेदारी, भरोसा और लगातार मेहनत का प्रतीक है. हर ट्रैक्टर के पीछे एक कहानी हैकिसान की, उसके परिवार की, उसकी जमीन की.”
कंपनी ने उन सभी किसानों, परिवारों और समुदायों का आभार जताया जिन्होंने महिंद्रा पर भरोसा किया, उसे अपनाया, और एक भारतीय ब्रांड को अपने खेतों का साथी बनाया.
कई बार मिला “नंबर 1” का खिताब
महिंद्रा न सिर्फ बिक्री में आगे रहा है, बल्कि उसे कई बार ‘America’s No.1 Selling Tractor in Under 100 HP Category’ का पुरस्कार भी मिल चुका है. कंपनी के ह्यूस्टन (टेक्सास) स्थित मुख्यालय और डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर ने इसे मजबूत ग्राउंड पर खड़ा किया है.
ई-ट्रैक्टर और स्मार्ट टेक्नोलॉजी की तैयारी
महिंद्रा अब सिर्फ पारंपरिक ट्रैक्टर नहीं बना रहा है. कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों (e-Tractors) और AI आधारित स्मार्ट फार्मिंग तकनीकों की दिशा में भी काम कर रही है. अमेरिका में क्लाइमेट फ्रेंडली और सस्टेनेबल खेती की ओर बढ़ते कदमों के बीच महिंद्रा अपने ‘ग्रीन मिशन’ के तहत पूरी तैयारी कर रहा है.