कड़ाके की ठंड से कांपा उत्तर भारत, कश्मीर से दिल्ली तक शीतलहर का असर
आने वाले दिनों में उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में कोहरे का दायरा और फैलने की संभावना है. दिन के समय भी धुंध बनी रह सकती है, जिससे तापमान में खास बढ़ोतरी नहीं होगी. पहाड़ी राज्यों में हल्की बर्फबारी और बारिश के आसार हैं, जिसका असर मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के रूप में देखने को मिलेगा.
Today Weather: उत्तर भारत इन दिनों भीषण ठंड की गिरफ्त में है. पहाड़ों से लेकर मैदानों तक सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह बदल दिया है. बर्फीली हवाओं, घने कोहरे और गिरते तापमान ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. सुबह-शाम घर से निकलना मुश्किल हो गया है, वहीं सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी इसका सीधा असर दिख रहा है. तो चलिए जानते हैं कैसा रहेगा आपके राज्य का मौसम.
कश्मीर में चिल्ला-ए-कलां अपने चरम पर
कश्मीर में सर्दी का सबसे कठिन दौर चल रहा है. यहां 40 दिनों की सबसे कड़ी ठंड की अवधि को चिल्ला-ए-कलां कहा जाता है, जो इस समय अपने चरम पर है. तापमान लगातार शून्य से नीचे बना हुआ है. श्रीनगर और आसपास के इलाकों में डल झील की सतह पर बर्फ की मोटी परत जमने लगी है. कई जगह पानी की पाइपलाइन और नल भी जम गए हैं, जिससे लोगों को रोजमर्रा के कामों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि गुलमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी ने सैलानियों को आकर्षित किया है और वहां रौनक बनी हुई है.
दिल्ली-एनसीआर में कोहरा और शीतलहर
दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है. कुछ बाहरी इलाकों में तापमान इससे भी नीचे चला गया है. दिन के समय अधिकतम तापमान 18 से 20 डिग्री के आसपास बना हुआ है, लेकिन घने कोहरे और धुंध के कारण ठंड का एहसास ज्यादा हो रहा है. सुबह के समय दृश्यता काफी कम हो रही है, जिससे सड़कों पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है. कोहरे के कारण हवाई अड्डे पर उड़ानों में देरी और कई ट्रेनों के समय पर चलने में बाधा आई है.
हिमाचल प्रदेश में बढ़ी ठंड, बर्फबारी के आसार
हिमाचल प्रदेश के शिमला और मनाली में रात का तापमान 0 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान जमाव बिंदु से नीचे जाने के संकेत मिल रहे हैं, जिससे बर्फबारी की संभावना बनी हुई है. निचले इलाकों में भी अधिकतम तापमान 15 से 17 डिग्री के बीच सिमटा हुआ है. शिमला और मनाली में सुबह और रातें बेहद सर्द हो गई हैं. आने वाले घंटों में ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है.
उत्तर प्रदेश में घना कोहरा और कोल्ड डे की स्थिति
उत्तर प्रदेश में तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. मेरठ में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि इटावा में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. प्रदेश के कई जिलों में दिन का तापमान 16 से 19 डिग्री के बीच बना हुआ है, लेकिन घने कोहरे के कारण ठंड ज्यादा महसूस की जा रही है. प्रदेश के कई जिलों में घना से अत्यंत घना कोहरा छाया हुआ है. पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में सुबह के समय सड़कों पर दृश्यता बेहद कम रही. मेरठ में इस सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई है, जहां तापमान काफी नीचे चला गया.
बिहार में ठंड और कोहरे का रिकॉर्ड
बिहार में अधिकतम तापमान कई जगहों पर 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है. गया और भागलपुर में रात का तापमान 6 से 8 डिग्री के आसपास बना हुआ है. लगातार धुंध और बादलों की वजह से धूप नहीं निकल पा रही है, जिससे कोल्ड डे जैसी स्थिति बनी हुई है. गया और भागलपुर जैसे इलाकों में दृश्यता घटकर बेहद कम स्तर तक पहुंच गई है. सुबह के समय सड़कों, खेतों और गाड़ियों पर ओस की मोटी परत जमी दिखाई देती है, जबकि रात होते ही चारों ओर कोहरा फैल जाता है. लगातार बादल और धुंध के कारण धूप नहीं निकल पा रही है, जिससे दिन का तापमान भी नीचे बना हुआ है और कोल्ड डे जैसी स्थिति बनी हुई है.
मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी सर्दी का असर
मध्य प्रदेश में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य के 25 से अधिक शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है. वहीं राजस्थान के सीकर में तापमान गिरकर 1 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है, जो इस सीजन की सबसे ठंडी रातों में से एक मानी जा रही है. सीकर जैसे जिलों में तापमान बेहद कम दर्ज किया गया है और खेतों में फसलों पर ओस जमती दिखाई दे रही है.
अगले दो दिनों का मौसम कैसा रहेगा
आने वाले दिनों में उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में कोहरे का दायरा और फैलने की संभावना है. दिन के समय भी धुंध बनी रह सकती है, जिससे तापमान में खास बढ़ोतरी नहीं होगी. पहाड़ी राज्यों में हल्की बर्फबारी और बारिश के आसार हैं, जिसका असर मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के रूप में देखने को मिलेगा. कुल मिलाकर अगले कुछ दिन भी सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है.
कड़ाके की ठंड, शीतलहर और कोहरे के इस दौर में सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है. मौसम के बदले तेवरों ने साफ कर दिया है कि सर्दी अभी और सताएगी.