हमारे गेहूं-चावल और सब्जी से दुनिया का पेट भर रहा, 4 लाख करोड़ के पार हुआ एग्री एक्सपोर्ट

इस बार खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 1645 लाख मीट्रिक टन रहने की उम्मीद है. जो 2023-24 की तुलना में करीब 6 फीसदी अधिक है. इस बढ़त की प्रमुख वजह चावल और मोटे अनाजों की अच्छी पैदावार है.

नोएडा | Published: 15 Aug, 2025 | 11:42 AM

अमेरिकी टैरिफ को लेकर मचे घमासान के बीच पीएम मोदी ने लालकिले से आह्वान किया है कि वह अपने किसानों के हित के विरोध में कोई समझौता नहीं करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हमारे कृषि उत्पादों को दुनियाभर के बाजारों में मांग बढ़ रही है और हमारे गेहूं-चावल, सब्जी और फलों का उत्पादन तेजी से बढ़ा है और हम उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. जबकि, दूध समेत कई अन्य उत्पादों के प्रोडक्शन में हम नंबर-1 पर काबिज हैं.

4 लाख करोड़ के पार हुआ एग्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत गेहूं, चावल, फल और सब्जी के उत्पादन के मामले में भी दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है.
उन्होंने कहा कि मेरे देश के किसान जो पैदावार करते हैं, आज वो उत्पादन दुनिया के बाजारों में पहुंच रहा है. पीएम ने बताया कि एग्रीकल्चर प्रोडक्ट का निर्यात 4 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है.

एग्रीकल्चर प्रोडक्ट एक्सपोर्ट में 15 फीसदी की ग्रोथ

देश के कृषि निर्यात में लगातार तेजी बढ़ोतरी हो रही है. एसबीआई म्यूचुअल फंड्स की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है वॉल्यूम के हिसाब से मई 2025 से पहले के 3 महीने का औसत देखा जाए, तो इसमें सालाना आधार पर 30 फीसदी की ग्रोथ रही है. जनवरी 2025 में निर्यात वॉल्यूम में 39 फीसदी की बढ़त रही और फरवरी 2025 में यह 15 फीसदी रही.

अनाज उत्पादन 6 फीसदी उछाल के साथ रिकॉर्ड तोड़ेगा

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी और फरवरी में एग्री एक्सपोर्ट ग्रोथ रेट में जो अंतर रहा है अब वो पॉजिटिव जोन में लौट रहा है और निर्यात में लगातार सुधार देखा जा रहा है. रबी सीजन 2024-25 के लिए जारी दूसरी अग्रिम अनुमान रिपोर्ट के अनुसार इस बार खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 1645 लाख मीट्रिक टन रहने की उम्मीद है. यह 2023-24 के 1550 लाख मीट्रिक टन की तुलना में करीब 6 फीसदी अधिक है. इस बढ़त की प्रमुख वजह चावल और मोटे अनाजों की अच्छी पैदावार है.

दूध उत्पादन में हम नंबर- 1

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दूध, दाल और जूट के उत्पादन के मामले में दुनिया में नंबर 1 है. बता दें कि दूध उत्पादन में भारत ने सबसे ज्यादा और तेज छलांग लगाई है. केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार दूध उत्पादन में 63.55 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. प्रति पशु दूध उत्पादन 26.34 फीसदी बढ़ा है. 2014-15 में प्रति पशु प्रति वर्ष औसतन 1640 किलो दूध देता था, जो अब 2023-24 में बढ़कर 2072 किलो हो गया है. इसमें राष्ट्रीय गोकुल मिशन समेत अन्य योजनाओं का बड़ा हाथ है.

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