खेत की जरूरत नहीं, अब गमले में ही उगाएं हरी-भरी लौकी, जानें A to Z पूरी गाइड

अगर आप भी ताजी और स्वस्थ लौकी खाना चाहते हैं, तो खेत की जरूरत नहीं, बस एक बड़ा गमला या कंटेनर ही काफी है. सही तकनीक और थोड़े धैर्य के साथ आप अपने घर में ही बहारों जैसी लौकी उगा सकते हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 6 Oct, 2025 | 11:18 AM

Gardening Tips: आज के समय में लोग सिर्फ खेतों में ही नहीं बल्कि अपने घरों में भी सब्जियां उगाने लगे हैं. खासकर शहरों में, जहां लोग बाजार की केमिकल वाली सब्जियों से बचना चाहते हैं, घर पर उगाई गई ताजी और जैविक सब्जियां सबसे पसंदीदा बन गई हैं. अगर आप भी ताजी और स्वस्थ लौकी खाना चाहते हैं, तो खेत की जरूरत नहीं, बस एक बड़ा गमला या कंटेनर ही काफी है. सही तकनीक और थोड़े धैर्य के साथ आप अपने घर में ही बहारों जैसी लौकी उगा सकते हैं.

सही गमला और जगह का चुनाव

लौकी की बेल लंबी होती है और इसकी जड़ें गहरी जाती हैं, इसलिए इसे उगाने के लिए बड़े गमले या ग्रो बैग का उपयोग करें. कम से कम 18-24 इंच गहरा गमला होना चाहिए. सीमेंट, मिट्टी या प्लास्टिक के बड़े कंटेनर सभी में लौकी उगाई जा सकती है. ध्यान रखें कि गमले के नीचे पानी निकलने के लिए छेद (Drainage Hole) जरूर हों. इसके अलावा, लौकी को पर्याप्त धूप की जरूरत होती है, इसलिए गमले को ऐसी जगह रखें जहां दिन में कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप मिल सके.

मिट्टी का पोषक मिक्सचर तैयार करें

सिर्फ गमले की सामान्य मिट्टी पर्याप्त नहीं होती. लौकी को पोषण युक्त मिट्टी की जरूरत होती है. इसके लिए आप मिक्सचर तैयार कर सकते हैं: 50 फीसदी सामान्य मिट्टी, 30 फीसदी गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट, 10 फीसदी कोकोपीट (जो मिट्टी में नमी बनाए रखता है), 10 फीसदी रेत और एक मुट्ठी नीम की खली. इस मिक्सचर को अच्छे से मिलाकर गमले में डालें. इससे पौधे को जरूरी पोषण मिलेगा और बेल स्वस्थ रूप से बढ़ेगी.

बीज से पौधा तैयार करना

लौकी उगाने के लिए अच्छे और स्वस्थ बीज का चयन सबसे महत्वपूर्ण होता है. आप किसी नर्सरी या विश्वसनीय बीज भंडार से हाइब्रिड किस्म के बीज लें, जो जल्दी फल देते हैं. बीज को अंकुरित करने के लिए 10-12 घंटे पानी में भिगो दें. फिर गमले में 1-2 इंच गहरा गड्ढा बनाकर उसमें 2-3 बीज डालें. मिट्टी से ढककर हल्के हाथ से पानी दें. ध्यान रखें कि ज्यादा पानी न दें, बस मिट्टी नम होनी चाहिए.

पौधे की देखभाल और पोषण

लगभग 10-15 दिनों में बीज से नन्हा पौधा अंकुरित हो जाएगा. पौधे को पर्याप्त धूप दें और मिट्टी सूखने पर ही पानी डालें. जब पौधा 15-20 दिन का हो जाए, तो हर 15 दिन में लिक्विड खाद डालें. आप सरसों की खली को पानी में भिगोकर या किचन कम्पोस्ट टी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. जैसे-जैसे बेल बढ़ेगी, उसे रस्सी, लकड़ी या जाली पर चढ़ने दें. बेल को सीधा रखने और अच्छे आकार में बढ़ने के लिए सहारा देना जरूरी है.

फसल तैयार होने का समय और कटाई

जब बेल 5-6 फीट लंबी हो जाए, तो उसकी नोक काट दें. इससे नई शाखाएं निकलती हैं और फल अधिक लगते हैं. बीज बोने के लगभग 60-70 दिन बाद आपकी बेल पर हरी-भरी और ताजी लौकियां लटकने लगेंगी. कटाई से पहले ध्यान रखें कि लौकी पूरी तरह हरी और स्वस्थ हो. घर पर उगाई गई लौकी बाजार की तुलना में अधिक स्वादिष्ट और जैविक होती है.

अतिरिक्त टिप्स

अगर आपके गमले में पानी रुकने की समस्या है, तो गमले के नीचे छोटे कच्चे पत्थर या ईंट के टुकड़े रखें. इससे पानी आसानी से निकलता है और जड़ें सड़ती नहीं हैं. गर्मियों में ज्यादा धूप या बारिश से पौधों को बचाने के लिए गमले को हल्के छत्रे या शेड में रखें. घर के छोटे बालकनी, छत या बरामदे में भी आप लौकी उगा सकते हैं.

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