Maharashtra Rain Relief: महाराष्ट्र में इस साल मॉनसून ने किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जून से अगस्त 2025 के बीच हुई अत्यधिक बारिश और बाढ़ के कारण कई जिलों की फसलें पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो गईं. इसी आपदा को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को किसानों के लिए 1,339 करोड़ रुपए की राहत पैकेज की घोषणा की है. यह पैकेज उन किसानों के लिए है जिनकी फसलें बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुई हैं.
बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, राहत का यह पैकेज कुल 19.22 लाख किसानों और 15.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों को लाभ पहुंचाएगा. राहत और पुनर्वास मंत्री, मकरंद जाधव-पाटिल ने बताया कि यह सहायता किसानों के आर्थिक बोझ को कम करने और उन्हें कृषि गतिविधियों को फिर से शुरू करने में मदद करेगी.
सबसे अधिक राहत मिली मराठवाड़ा के जिलों को
मराठवाड़ा क्षेत्र में सबसे अधिक फसल नुकसान हुआ है. हिंगोली, बीड, लातूर और धराशीव जिलों में 8.48 लाख हेक्टेयर फसलें प्रभावित हुई हैं. इन जिलों के 10.35 लाख किसानों को कुल 721.97 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी. यह राशि किसानों की नुकसान की भरपाई के साथ-साथ उनके कृषि कामों को फिर से शुरू करने में भी मदद करेगी.
अमरावती और आसपास के जिलों में राहत
अमरावती डिविजन में अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाना और वाशीम जिलों के 7.88 लाख किसानों के लिए 565.60 करोड़ रुपए की मदद मंजूर की गई है. इन जिलों में कुल 6.54 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें प्रभावित हुई हैं.
अन्य जिलों के किसानों को भी मिली राहत
गोंदिया, भंडारा, गढ़चिरौली, वर्धा और नागपुर जिलों में 37,631 किसानों को 23.85 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी. इन जिलों में कुल 21,224 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें प्रभावित हुई हैं.
कोल्हापुर जिले में 36,559 किसानों को 14.28 करोड़ रुपए की मदद मिलेगी, जहां 8,835 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुई हैं.
नासिक, धुले, नंदुरबार, जलगांव और अहिल्यानगर जिलों में 24,677 किसानों को 13.77 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी. इन जिलों में प्रभावित खेतों का कुल क्षेत्रफल 12,149 हेक्टेयर है.
किसानों की मदद के लिए त्वरित कार्रवाई
मकरंद जाधव-पाटिल ने कहा, “इस साल का मॉनसून अत्यधिक बारिश और बाढ़ लेकर आया, जिसने किसानों को कठिन स्थिति में डाल दिया. यह तात्कालिक सहायता उनके लिए राहत की सांस है और उन्हें अपनी खेती फिर से शुरू करने में मदद करेगी. हमारी कोशिश है कि फसल नुकसान का आकलन पूरी तरह हो और सभी प्रभावित किसानों तक सहायता पहुंचे.”
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि मराठवाड़ा में जारी बारिश के कारण होने वाले नुकसान का आकलन अभी पूरा नहीं हुआ है. जल्द ही उन किसानों को भी राहत प्रदान की जाएगी.
इस राहत पैकेज से महाराष्ट्र के हजारों किसान अपनी कृषि गतिविधियों को जारी रख सकेंगे और आर्थिक कठिनाई से उबरने में मदद मिलेगी. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसानों की मदद के प्रयासों में सहयोग करें.