अब हाईटेक होगी रबड़ की खेती, किसानों की मदद के लिए लॉन्च हुआ मोबाइल ऐप ‘CRISP’

रबड़ किसान अब इस ऐप के जरिए बिना किसी बिचौलिए के सीधे विशेषज्ञों की सलाह पा सकते हैं. इससे पैदावार बढ़ेगी, लागत घटेगी और आय में सुधार हो सकता है.

नई दिल्ली | Updated On: 6 Jun, 2025 | 05:42 PM

अब रबड़ की खेती करने वाले किसानों को जानकारी के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है. उनकी मदद के लिए रबर रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (RRII) ने एक नया मोबाइल ऐप ‘CRISP’ लॉन्च किया है. इस ऐप का पूरा नाम है Comprehensive Rubber Information System Platform. यह ऐप किसानों को रबड़ खेती से जुड़ी हर जरूरी जानकारी सीधे उनके मोबाइल पर देगा. इस पहल से खेती और भी आसान, वैज्ञानिक और फायदे वाली बन सकेगी. अब किसान एक क्लिक में सही जानकारी पाकर अपनी फसल को बेहतर बना पाएंगे.

CRISP ऐप क्यों खास है?

रबड़ की खेती से जुड़े किसानों को अब जानकारी के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है. ‘CRISP’ ऐप के जरिए किसान सीधे अपने मोबाइल पर ही जलवायु, उर्वरक, कीट नियंत्रण, टैपिंग तकनीक और बाजार भाव जैसी जरूरी जानकारियां पा सकते हैं.

CRISP ऐप से मिलेगी ये मदद

रबड़ खेती की वैज्ञानिक सलाह: सही मिट्टी, उर्वरक, पानी और देखभाल से जुड़ी तकनीकी जानकारी.

मौसम का पूर्वानुमान: स्थानीय मौसम के अनुसार खेती की योजना बनाने में मदद.

कीट और रोग नियंत्रण: कब, कौन-सी बीमारी या कीट आ सकता है और उसका क्या इलाज है.

बाजार से जुड़ी जानकारी: रबड़ की ताजा कीमतें और मार्केट ट्रेंड्स.

टैपिंग गाइड: रबर निकालने की सही तकनीक और समय की जानकारी.

वीडियो और ट्रेनिंग मॉड्यूल: आसान भाषा में छोटे-छोटे वीडियो से सीखने की सुविधा.

किसानों मिलेगा फायदा

रबड़ किसान अब इस ऐप के जरिए बिना किसी बिचौलिए के सीधे विशेषज्ञों की सलाह पा सकते हैं. इससे पैदावार बढ़ेगी, लागत घटेगी और आय में सुधार हो सकता है. खास बात यह है कि यह ऐप स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें.

ऐप कैसे डाउनलोड करें?

CRISP ऐप को Google Play Store से फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है. इंस्टॉल करने के बाद किसान अपनी भाषा और क्षेत्र चुनकर इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं.

Published: 6 Jun, 2025 | 05:35 PM