भारत और यूके बीच मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) हो चुका है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम किएर स्टेर्मर के लंदन में मुलाकात के दौरान फ्री ट्रेड डील पर हस्ताक्षर हुए हैं. इस डील से दोनों देशों में निवेश बढ़ेगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे.
भारत और ब्रिटेन ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए. समझौते से दोनों देशों में आर्थिक विकास और रोजगार से जुड़े ढेरों नए अवसर पैदा होंगे. वहीं, ब्रिटेन के पीएम ने भारत के साथ FTA को ऐतिहासिक समझौता बताया. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने सोशल मीडिया के एक्स पर पोस्ट कर मुक्त व्यापार समझौते यानी FTA को ऐतिहासिक समझौता बताया है.
व्यापार और वाणिज्य में एक नया अध्याय- पीएम
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस एक वर्ष में हमें तीसरी बार मिलने का मौका मिल रहा है. अपने आप में मैं इसे बहुत महत्वपूर्ण मानता हूं. ब्रिटेन और भारत स्वाभाविक साझेदार हैं. आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिन है. हमारे दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और दोहरे योगदान समझौते (डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन) पर हस्ताक्षर कर रहे हैं. यह अपने आप में भारत और ब्रिटेन की भावी पीढ़ियों के लिए एक बहुत ही मज़बूत मार्ग प्रशस्त करेगा. यह व्यापार और वाणिज्य में एक नया अध्याय जोड़ रहा है.
#WATCH | London, UK: PM Narendra Modi says, “To provide a new speed and energy to our comprehensive strategic partnership in the next decade, Vision 2035 is being released. This will be a roadmap for a strong, trustworthy and ambitious partnership in the areas of technology,… pic.twitter.com/lwjStA6iSb
— ANI (@ANI) July 24, 2025
भारत-यूके डील की बड़ी बातें
- किसानों को ब्रिटेन के 37.5 अरब डॉलर के कृषि बाजार में पहुंच मिलेगी
- भारत डेयरी, सब्जियां, सेब, खाना पकाने के तेल जैसे क्षेत्रों की पूरी तरह से सुरक्षा मिलेगी
- रोज़गार सृजन को बड़ा बढ़ावा, क्योंकि श्रम-प्रधान क्षेत्रों को ब्रिटेन में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी
- प्रमुख क्षेत्रों पर शून्य शुल्क – कपड़ा और परिधान पर 12%, रसायनों पर 8% और आधार धातुओं पर 10% से घटकर.
- प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर शून्य शुल्क, जो पहले 70% तक था, ग्रामीण भारत और निर्यातकों के लिए बड़ा लाभ
- डीसीसी 3 साल के लिए कर्मचारियों और नियोक्ताओं को सामाजिक सुरक्षा अंशदान से छूट देगा
- ब्रिटेन में 75,000 भारतीय कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा अंशदान से 3 साल की छूट का लाभ मिलेगा
- पेशेवरों को ब्रिटेन में बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी
- 1,800 तक भारतीय शेफ, योग प्रशिक्षक और शास्त्रीय संगीतकार अस्थायी रूप से सेवाएं प्रदान करने के लिए ब्रिटेन जा सकेंगे
- डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन (डीसीसी) से 75,000 कर्मचारियों को लाभ होगा
मछुआरों के लिए बड़ी उपलब्धि
मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) को भारतीय मछुआरों के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है. क्योंकि, इस समझौते के बाद 5.4 अरब डॉलर का ब्रिटेन का बाजार समुद्री निर्यात के लिए खुल गया है, क्योंकि समुद्री उत्पादों पर ब्रिटेन का आयात शुल्क 20% से घटकर शून्य हो गया है.
रोजगार और कारोबार को कैसे मिलेगा बढ़ावा?
सरकार और जानकारों का दावा है कि इस समझौते से भारत के टेक्सटाइल, ज्वैलरी, आईटी और मरीन सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए अच्छे दिन आ सकते हैं. इन्हें विदेशों से नए ऑर्डर मिलने की संभावना है, जिससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे. छोटे उद्यमों, स्टार्टअप्स और MSMEs को भी नया बाजार मिलेगा और वे अपने उत्पादों को वैश्विक मंच पर ले जा सकेंगे. इससे भारत के निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल सकती है, जो लंबे समय में देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा.