तरबूज बीज तस्करी पर केंद्र का बड़ा एक्शन, फर्जी लाइसेंसधारकों के ठिकानों पर छापे

किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तरबूज बीजों के आयात पर फिलहाल रोक लगा दी है और तस्करों व फर्जी लाइसेंसधारकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है.

नई दिल्ली | Published: 24 Jul, 2025 | 04:18 PM

देश में तरबूज और खरबूज के बीजों को लेकर इस बार हलचल कुछ ज्यादा ही है. वजह है इन बीजों का अवैध आयात और उनसे जुड़ा फर्जीवाड़ा. लेकिन अब केंद्र सरकार ने इस पर सख्ती बरतते हुए बड़ा कदम उठाया है. किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तरबूज बीजों के आयात पर फिलहाल रोक लगा दी है और तस्करों व फर्जी लाइसेंसधारकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है.

क्यों लिया गया यह फैसला?

बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, इस साल देश के कई प्रमुख राज्यों में अच्छी बारिश हुई है और इसके चलते बीजों का घरेलू उत्पादन बेहतर रहने की संभावना है. ऐसे में विदेश से बीज मंगवाने की जरूरत बहुत कम हो गई है. लेकिन इसके बावजूद कुछ व्यापारी अवैध तरीके से विदेशों, खासकर नेपाल, से तरबूज बीजों की तस्करी कर रहे थे, जिससे देशी किसानों और बीज उत्पादकों को नुकसान हो सकता था.

एडवांस लाइसेंस का दुरुपयोग

‘एडवांस ऑथराइजेशन स्कीम’ के तहत जिन कंपनियों को तरबूज बीज आयात करने की इजाजत दी गई थी, उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल किया. उन्होंने बीजों का कम मूल्य दिखाया, फर्जी प्रोसेसिंग यूनिट्स का हवाला दिया और निर्यात के नाम पर लाइसेंस हासिल कर लिया. अब डीजीएफटी ने ऐसे लाइसेंसों को रद्द कर दिया है और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी है.

छापेमारी और कार्रवाई

खबर के मुताबिक, राजस्व खुफिया निदेशालय और सीमा शुल्क विभाग ने कई गोदामों पर छापेमारी की, जहां तस्करी किए गए बीजों का भंडारण किया गया था. नेपाल से अवैध तरीके से लाए गए बीजों की खेप को जब्त किया गया है. साथ ही, सीमा सुरक्षा बल को भी सतर्क कर दिया गया है ताकि अब बिना इजाजत कोई बीज देश में प्रवेश न कर सके.

कृषि समुदाय ने की सराहना

कृषि कारोबार से जुड़े व्यापारियों और संगठनों ने सरकार की इस कार्रवाई की सराहना की है. उनका कहना है कि इससे देशी किसानों को राहत मिलेगी और वे नकली या खराब क्वालिटी वाले आयातित बीजों से बच सकेंगे. इसके अलावा, सरकार का फोकस अब घरेलू बीज उत्पादकों को बढ़ावा देने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने पर है.