गर्मी ने कई साल का रिकॉर्ड तोड़ा…48 डिग्री तक पारा चढ़ने का अलर्ट

कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम विज्ञानी डॉ. हरवेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्वानुमान में हीटवेव की संभावना जताई गई है. उन्होंने कहा कि इस बार तापमान 2022 के आंकड़े को पार कर गया है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 9 Apr, 2025 | 01:01 AM

मध्य प्रदेश में गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. राज्य के भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है. जबकि, आज 8 अप्रैल को मुरैना में तापमान 41 डिग्री के पार चला गया है. मुरैना में गर्मी का प्रकोप बढ़ने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. हरवेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्वानुमान में हीटवेव की संभावना जताई गई है. उन्होंने कहा कि इस बार तापमान 2022 के आंकड़े को पार कर गया है. उन्होंने मुरैना में 48 डिग्री तक तापमान जाने की चेतावनी दी है.

मध्य प्रदेश के मुरैना में तापतान उछाल लेकर 41 डिग्री पर पहुंच गया है, जिसने कई साल के रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं. सूरज ऐसा तमतमाया हुआ है, कि बाहर निकलते ही त्वचा के झुलसने जैसा अहसास होता है. हवा भी लू के थपेड़ों में बदल गई है. हालत यह है कि जिन लोगों को बाहर निकलना है, वह मुंह पर कपड़ा बांधकर और आंखों पर काला चश्मा चढ़ाकर सड़क पर निकल रहे हैं. लगातार बढ़ रही गर्मी से राहत के लिए लोग जूस, लस्सी, शिकंजी और आइस्क्रीम जैसे ठंडे पेय व खाद्य पदार्थाे को पसंद कर रहे हैं.

48 डिग्री तक पारा चढ़ने की चेतावनी

मुरैना में आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. हरवेंद्र सिंह ने बताया कि हमें तो पूर्वानुमान मिला है, उसमें हीटवेव की संभावना जताई गई है. आज 8 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. 2022 में अधिकतम तापमान 40 डिग्री था. उसके बाद अब तापमान बढ़ा है. 41 डिग्री तापमान 25-26 अप्रैल तक हाेता है, इस बार 10-15 दिन पहले इतना तापमान हो गया है. गर्मी बढ़ने के कई कारण होते हैं, मार्च में बारिश होती थी, इस बार लंबे समय से बारिश नहीं हुई. डॉ. हरवेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल बारिश के काेई आसार नहीं हैं. गर्मी और बढ़ती जाएगी. इस बार गर्मी में अधिकतम तापमान 48 डिग्री तक जा सकता है.

डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा

मुरैना के गणेशपुरा निवासी छात्र कमल प्रजापति ने बताया कि दोपहर में दो बजे कोचिंग जाते हैं. गर्मी ऐसी है कि रास्ते में जूस या कुछ ठंडा पेय पीना पड़ता है. जाते समय पसीने से शर्ट गीली हो जाती है. साथ में पानी की बोतल लेकर चलना पड़ता है, रास्ते में प्यास लगती है. गर्मी बहुत है, पानी की कमी से डिइाड्रेशन होने का खतरा रहता है. धूप सहन नहीं होती, इसलिए चेहरे पर नकाब बांधना पड़ता है.

गर्मी ने लोगों का बाहर निकलना बंद कराया

युवा हरेंद्र यादव ने बताया कि गर्मी के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. अप्रैल के पहले सप्ताह में इतनी गर्मी है, जितनी पहले नहीं हुई. ऐसा लग रहा है इस बार गर्मी ज्यादा पड़ेगी. गर्मी से बचने के लिए चेहरा बांधने के लिए साफी लेकर चलना पड़ रहा है. रास्ते में जूस पीना पड़ता है. छात्र वंश यादव ने बताया गर्मी से बचने के लिए साफी ओढ़कर आना पड़ता है. साथ में पानी लेकर चलना पड़ता है. अप्रैल के पहले सप्ताह में इतनी गर्मी है तो आगे और बढ़ेगी. गर्मी के कारण लोग दिन में बाहर निकल नहीं पा रहे.

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Published: 8 Apr, 2025 | 07:17 PM

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