खरीफ सीजन में धान की बुवाई ने पकड़ी रफ्तार, अब तक 58 फीसदी ज्यादा रकबे में हुई खेती, जानें आंकड़े

अब तक देशभर में सभी खरीफ फसलों का कुल रकबा 137.84 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो कि पिछले साल इसी समय 124.88 लाख हेक्टेयर था. दक्षिण-पश्चिम मानसून अब अपनी गति पकड़ चुका है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश की भविष्यवाणी की है.

नई दिल्ली | Published: 25 Jun, 2025 | 08:03 AM

देश भर के किसानों के लिए खरीफ सीजन की शुरुआत राहत भरी रही है. सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस बार 20 जून 2025 तक धान की बुवाई 13.22 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल इसी समय के मुकाबले 58 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल यह आंकड़ा सिर्फ 8.37 लाख हेक्टेयर था.

जोर पकड़ रही है खरीफ की बुवाई

कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, दलहनों की बुवाई भी बढ़कर 9.44 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जो पिछले साल 6.63 लाख हेक्टेयर थी. मोटे अनाज यानी ‘श्री अन्न’ की खेती भी उत्साहजनक रही, जिसका रकबा 18.03 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है, जबकि पिछले साल यह 14.77 लाख हेक्टेयर था.

कपास और गन्ने में भी बढ़त

द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कपास की बुवाई इस बार 31.25 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल यह 29.12 लाख हेक्टेयर थी. वहीं, गन्ने की बुवाई में भी हल्की बढ़त दर्ज की गई है, अब तक 55.07 लाख हेक्टेयर में गन्ना बोया जा चुका है, जबकि पिछले साल यह 54.88 लाख हेक्टेयर था.

तेलहन और खाद्य फसलों में मिला-जुला असर

हालांकि खाद्य फसलों की बुवाई में जहां अच्छी बढ़त देखी गई है, वहीं गैर-खाद्यान्न श्रेणी में तेल फसलों की बुवाई में थोड़ी गिरावट आई है. इस बार अब तक 5.38 लाख हेक्टेयर में ही तेल फसलें बोई गई हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 5.89 लाख हेक्टेयर था.

कुल आंकड़ों में बढ़त, मानसून से और उम्मीदें

अब तक देशभर में सभी खरीफ फसलों का कुल रकबा 137.84 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो कि पिछले साल इसी समय 124.88 लाख हेक्टेयर था. दक्षिण-पश्चिम मानसून अब अपनी गति पकड़ चुका है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश की भविष्यवाणी की है. ऐसे में आने वाले हफ्तों में बुवाई और तेजी पकड़ सकती है.