देवकी ने सोलर एनर्जी से बदली अपनी और गांव की तस्वीर, सिंचाई संकट दूर.. राइस मिल भी चल रही

सोलर पॉवर से किसानों की जिंदगी बदल रही है. सोलर पंप से सिंचाई और सोलर के जरिए राइस मिल भी चलाई जा रही हैं. इससे किसानों-ग्रामीणों का बिजली खर्च बच रहा है और उद्योग के रूप में रोजगार भी मिल रहा है.

नोएडा | Updated On: 31 Aug, 2025 | 12:55 PM

सोलर पॉवर सिस्टम के इस्तेमाल को लेकर केंद्र सरकार पीएम कुसुम योजना और पीएम सूर्य घर विद्युत योजना चला रही है. इसके अलावा भी राज्य सरकारें सोलर पैनल सिस्टम को सब्सिडी पर देकर किसानों, ग्रामीणों की बिजली जरूरत को पूरा करने में मदद कर रही हैं. इसी सोलर एनर्जी से चलने वाले सोलर पंप की मदद से बिहारी की महिला किसान देवकी ने अपने खेतों में सिंचाई का संकट दूर किया है, जबकि गांव का सिंचाई संकट दूर करने में उन्हें सफलता मिली है. इतना ही नहीं वह सोलर एनर्जी की मदद से गांव को बिजली से रोशन भी कर रही हैं.

सोलर एनर्जी से गांवों राइस मिलें चल रहीं

सोलर पॉवर (Solar power) से किसानों की जिंदगी बदल रही है. वही खेत, वही मेहनत, वही किसान, लेकिन अब मेहनत का फल कहीं ज्यादा है. ये बदलाव आ रहा है सोलर पंप से और सोलर राइस मिल के जरिए भी. आज देश के कई राज्यों में सैकड़ों सोलर एनर्जी से चलने वाली राइस मिलें (solar rice mill) संचालित की जा रही हैं, जो किसानों का बिजली खर्च बचा रही हैं और उद्योग के रूप में रोजगार मुहैया करा रही हैं. इन सोलर राइस मिलों ने किसानों की आय के साथ ही उनके चेहरे की रौनक भी बढ़ा दी है.

बिहार की देवकी ने सोलर पंप से सिंचाई संकट दूर किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में बिहार के रतनपुरा की महिला किसान देवकी का जिक्र किया और बताया कि किस तरह से वह सोलर पंप की मदद से अपना और गांव का सिंचाई संकट दूर करने में कामयाब रही हैं. पीएम ने कहा कि बिहार की देवकी जी ने सोलर पंप (solar pump) लगवाकर गांव की किस्मत बदल दी है. मुजफ्फरपुर के रतनपुरा गांव की रहने वाली देवकी जी को लोग अब प्यार से सोलर दीदी कहते हैं.

Solar DIdi Devki from Bihar

सोलर दीदी देवकी.

मुश्किलों को हराकर  सोलर दीदी ने पाई सफलता

सोलर दीदी महिला किसान देवकी का जीवन आसान नहीं था. कम उम्र में शादी हो गई, छोटा सा खेत, चार बच्चों की जिम्मेदारी और भविष्य की कोई साफ तस्वीर नहीं. लेकिन उनका हौंसला कभी टूटा नहीं. वो एक स्वयं सहायता समूह (self-help group) से जुड़ीं और वहीं उन्हें सोलर पंप (solar pump) के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने सोलर पंप लगवाने के लिए प्रयास शुरू किए और उसमें सफल भी रहीं.

40 एकड़ से ज्यादा खेती में आसानी से पहुंच रहा पानी

सोलर दीदी के सोलर पंप ने इसके बाद जैसे गांव की तस्वीर ही बदल दी. जहां पहले कुछ एकड़ में जमीन की सिंचाई हो पाती थी, अब सोलर दीदी के सोलर पंप से 40 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में पानी पहुंच रहा है. सोलर दीदी के इस अभियान में गांव के दूसरे किसान भी जुड़ गए हैं. उनकी फसलें हरी-भरी होने लगी हैं आमदनी बढ़ने लगी. सरकारी योजनाओं के जरिए गांवों की महिलाएं भी अब उद्यमी बन रही हैं.

Published: 31 Aug, 2025 | 12:30 PM