हिमाचल प्रदेश में 15 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 11 अगस्त से राज्य के कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है, क्योंकि बारिश की गतिविधियां और तेज होने वाली हैं. मौसम विभाग के अनुसार, 15 अगस्त तक राज्यभर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य रहेगा.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 अगस्त को कांगड़ा, चंबा और मंडी जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सोलन जिलों में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. 12 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, चंबा और मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया, जहां कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, ऊना, बिलासपुर और सिरमौर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया, जहां अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होगी.
13 अगस्त के लिए भी कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कुल्लू और शिमला जिलों के लिए येलो अलर्ट है. इन जिलों में तेज बारिश के दौर की संभावना है. 14 अगस्त के लिए कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट और ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और चंबा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, बीते 24 घंटों में राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है. हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश कांगड़ा में दर्ज की गई, जहां 68.4 मिमी वर्षा हुई. इसके बाद पालमपुर में 52 मिमी बारिश हुई.
कहां कितनी हुई बारिश
- सराहन (शिमला) – 25 मिमी
- धर्मशाला – 16.8 मिमी
- कुफरी- 11.2 मिमी
- बिलासपुर- 10.4 मिमी
- कसौली- 10 मिमी
- शिमला- 9 मिमी
- ऊना- 5.4 मिमी
- मंडी- 4.4 मिमी
लगातार बारिश से बहुत बड़ा भूस्खलन
वहीं, सिरमौर जिले के राजगढ़ उपमंडल में लगातार बारिश के चलते बड़ा भूस्खलन हुआ है. यह भूस्खलन शनिवार शाम करीब 4 बजे जगहेड़ के पास हुआ, जिससे सानौरा-नेरीपुल-चैला मुख्य सड़क पूरी तरह बंद हो गई. तेज बारिश के कारण पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर आ गिरे, जिससे इस महत्वपूर्ण मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया. प्रशासन स्थिति की निगरानी कर रहा है और सड़क को साफ करने का काम जल्द शुरू किया जाएगा.