Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले पेंशन राशि में बढ़ोत्तरी, 1.11 करोड़ लोगों को मिला ज्यादा पैसा

जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं की मासिक पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1,100 रुपये करने के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि लंबे समय के लिए यह रकम पर्याप्त नहीं है.

नोएडा | Updated On: 11 Jul, 2025 | 03:31 PM

Social Security Pension Scheme: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से पहले आम जनता को बहुत बड़ा गिफ्ट दिया है. उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की बढ़ी हुई राशि जारी कर दी. यानी आज एक करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खातों में 400 रुपये की जगह 1100 रुपये पहुंच गए. इससे लाभार्थियों में खुशी का माहौल है. वहीं, सरकार को भी उम्मीद है कि उसके इस प्रयास से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की स्थिति में सुधार आएगी. वे पहले से बेहतर जिन्दगी जी पाएंगे.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1.11 करोड़ से ज्यादा सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों के बैंक खातों में बढ़ी हुई पेंशन राशि जारी की है. इसके लिए सरकार को 1,227 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े. खास बात यह है कि प्रदेश में पहली बार 6 प्रमुख पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों को 400 रुपये की जगह 1,100 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलेगी.

किस जिले में कितने लाभार्थी

बिहार में पेंशन पाने वालों की संख्या में मधुबनी पहले स्थान पर है, जहां 5,53,848 लाभार्थियों को 61.08 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मिली है. जबकि, पटना दूसरे नंबर पर है, जहां 5,26,339 लोगों को करीब 57.94 करोड़ रुपये मिले हैं. इसी तरह पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, गया और दरभंगा भी पेंशन वितरण के मामले में शीर्ष जिलों में शामिल हैं. वहीं, सबसे कम पेंशनधारी शेखपुरा जिले में हैं, जहां 71,971 लाभार्थियों को 7.95 करोड़ रुपये दिए गए. हालांकि, शिवहर, अरवल, जहानाबाद और लखीसराय जैसे जिले भी कम लाभार्थी वाले जिलों में गिने गए हैं.

प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश को दी बधाई

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं की मासिक पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1,100 रुपये करने के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि लंबे समय के लिए यह रकम पर्याप्त नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए किशोर ने कहा कि यह जन सुराज अभियान के तीन साल की मेहनत का सकारात्मक नतीजा है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कल हमारे लिए खुशी का दिन है, क्योंकि तीन साल की मेहनत के बाद पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1,100 रुपये की जा रही है. हम सरकार का धन्यवाद करते हैं.

पेंशन को बढ़ाकर 2,000 रुपये तक करने की मांग

हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह राशि गरीबों और जरूरतमंदों की बुनियादी जरूरतें पूरी करने के लिए अभी भी नाकाफी है. उन्होंने कहा कि छठ के बाद 1100 रुपये काफी नहीं होगा. इसलिए पेंशन को बढ़ाकर 2,000 रुपये तक करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 400 से 1,100 हुई पेंशन से लाभार्थियों को अब महीने का खर्च चलाने में आसानी होगी और इज्जत के साथ जिंदगी जीने में मदद मिलेगी.

राशि बढ़ने पर लाभार्थियों ने जताई खुशी

बख्तियारपुर की सुशीला देवी, चंदवारी (मोकामा) की लक्ष्मी देवी, पालीगंज की बांदी खातून, मसौढ़ी के महेंद्र प्रसाद, और बिक्रम (दिनारा) के भट्ट कुमार और उनकी पत्नी गीता कुमारी सहित कई लाभार्थियों ने कहा कि अब उन्हें किसी से पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी. जबकि, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि इन सभी लोगों की प्रतिक्रियाएं पढ़कर बेहद संतोष हुआ कि अब उन्हें सम्मान के साथ जीने में मदद मिलेगी.

सीएम नीतीश ने किया ट्वीट

वहीं, बिहार सरकार में मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने डीबीटी को लागू कर बिचौलियों की भूमिका समाप्त कर दी है. अब लाभ की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंचती है. बता दें कि राशि वितरण का लाइव टेलीकास्ट कैमूर जिले के 1648 स्थानों पर दिखाया गया था.

21 जून को पेंशन में बढ़ोतरी का किया था ऐलान

बता दें कि पिछले महीने 21 जून को बिहार सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत मिलने वाली पेंशन राशि में 700 रुपये की बढ़ोतरी की थी. तब उसने ऐलान किया था कि अब विधवा महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग लोग हर महीने 1100 रुपये की पेंशन पाएंगे, जो पहले 400 रुपये थी. यह बढ़ी हुई राशि जुलाई महीने से लागू होगी.

22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है विधानसभा का कार्यकाल

बिहार में इस साल अक्टूबर से नवंबर के बीच विधानसभा चुनाव होंने वाले हैं. इस बार मुकाबला एनडीए (भाजपा और जदयू) और महागठबंधन या इंडिया ब्लॉक (राजद और कांग्रेस) के बीच कड़ा होने की संभावना है. इस चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी पहली बार उतरने जा रही है और उसने 243 में से सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हालांकि चुनाव आयोग (EC) ने अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन चुनाव 22 नवंबर 2025 से पहले कराए जाने की संभावना है. चुनाव आयोग के अनुसार, 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है. वहीं, आचार संहिता सितंबर से अक्टूबर के बीच कभी भी लागू हो सकती है.

Published: 11 Jul, 2025 | 03:18 PM

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