क्या आप भी खाते हैं कार्बाइड से पके आम? जानिए पहचानने का आसान तरीका

आमतौर पर, आमों को कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है. यह केमिकल नमी से संपर्क करते ही एसीटिलीन गैस छोड़ता है, जो आम को जल्दी पकाता है. हालांकि, यह केमिकल हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.

Noida | Published: 25 Mar, 2025 | 11:42 AM

आम का मौसम आ चुका है और बाजार में आम की भरमार है. लेकिन क्या आप जानते हैं व्यापारी आमों को जल्दी पकाने के लिए केमिकल का भी इस्तेमाल करते हैं? यह सुनकर आपको आश्चर्य हो सकता है, लेकिन यह सच है. देश में आम का आपूर्ति को लगातार बनाए रखने के लिए, आमों पर केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप भी आम के शौकीन हैं, तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप पहचान सकते हैं कि आम केमिकल से पकाए गए हैं या नहीं.

इन केमिकल का इस्तेमाल

आमतौर पर, आमों को कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है. यह केमिकल नमी से संपर्क करते ही एसीटिलीन गैस छोड़ता है, जो आम को जल्दी पकाता है. हालांकि, यह केमिकल हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. इसके सेवन से त्वचा में जलन, सांस और पेट की समस्याएं हो सकती हैं. कुछ व्यापारी एथिलीन गैस का भी इस्तेमाल करते हैं, जो प्राकृतिक रूप से फल के पकने की प्रक्रिया को तेज करता है.

आम का रंग देखें

जब भी आप आम खरीदने जाएं, सबसे पहले उसका रंग देखें. केमिकल से पकाए गए आमों पर हरे धब्बे दिखाई देते हैं. यह हरे धब्बे यह संकेत देते हैं कि आम में केमिकल का इस्तेमाल हुआ है. ऐसे आमों को पहचानने के लिए रंग का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

आम का आकार देखें

केमिकल से पकाए गए आमों का आकार अक्सर छोटा होता है और इनसे ज्यादातर रस टपकते हुए दिखते हैं. इसके अलावा, अगर आपको आम पर सफेद या नीले निशान दिखाई दें, तो इसे न खरीदें. ये निशान यह संकेत देते हैं कि आम केमिकल से पकाए गए हैं.

वॉटर टेस्ट

आम खरीदते वक्त एक बाल्टी पानी में आम डालकर देख सकते हैं कि कौन सा आम डूबता है और कौन सा पानी की सतह पर तैरता है. जो आम पानी में डूब जाए, वह प्राकृतिक रूप से पका हुआ होता है. वहीं, जो आम पानी के उपर तैरता है, वह केमिकल से पकाया गया होता है.

दबाकर देखें

आप आम को हल्का सा दबाकर भी यह पहचान सकते हैं कि वह पका हुआ है या नहीं. अगर आम सॉफ्ट महसूस होता है, तो वह पका हुआ माना जाता है. लेकिन अगर आम में किसी हिस्से में कठोरता महसूस हो, तो यह आम केमिकल से पकाया गया हो सकता है.

सुगंध से पहचाने

आम के डंठल को सूंघें, अगर वह मीठी और फलदार खुशबू देता है, तो वह स्वाभाविक रूप से पका हुआ होता है. यदि इसमें खट्टी गंध आ रही हो, तो समझिए कि वह आम खराब हो सकता है.

धब्बों की जांच करें

प्राकृतिक रूप से पके आमों पर भूरे धब्बे होते हैं, जबकि केमिकल से पके आमों पर हल्के या सफेद धब्बे होते हैं. इन धब्बों को देखकर आप पहचान सकते हैं कि आम में केमिकल का इस्तेमाल किया गया है या नहीं.

केमिकल से पके आम खाने का असर

केमिकल से पके आमों का सेवन करने से गले में जलन और पेट में जलन हो सकती है. कभी-कभी इससे पेट में दर्द और दस्त भी हो सकते हैं. इसीलिए, केमिकल से पकाए गए आमों से बचना बेहतर है, ताकि आप स्वस्थ रह सकें और स्वाभाविक रूप से पके आमों का स्वाद ले सकें.