पंजाब-हरियाणा में पानी की जंग तेज, सीएम मान ने VIDEO में बताई वजह

सीएम मान ने कहा पंजाब के पास एक बूंद भी फालतू पानी नहीं है और आप सरकार पानी की हर एक बूंद का हिसाब रख रही है.

नई दिल्ली | Updated On: 30 Apr, 2025 | 04:47 PM

पानी का संकट सिर्फ सूखा या बाढ़ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राज्यों के बीच राजनीतिक और सामाजिक तनाव का कारण भी बन रहा है. हाल ही में पंजाब और हरियाणा के बीच भाखड़ा नहर के पानी को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है. पंजाब सरकार ने हरियाणा को मिलने वाले पानी की आपूर्ति में कटौती कर दी है, जिससे बाद हरियाणा में पानी की किल्लत हो सकती है.

पंजाब ने क्यों रोका भाखड़ा का पानी?

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक वीडियो जारी कर बताया कि हरियाणा को मिलने वाले 9500 क्यूसिक पानी को घटाकर 4000 क्यूसिक कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के खिलाफ साजिश कर रही है और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) पर दबाव बना रही है कि हरियाणा को उसकी जरूरत के हिसाब से पानी दिया जाए. सीएम मान ने स्पष्ट किया कि पंजाब के पास अतिरिक्त पानी नहीं है, क्योंकि हरियाणा ने पहले ही अपने हिस्से का पानी मार्च में ही उपयोग कर लिया है.​

सीएम मान का बयान

सीएम मान ने कहा कि पंजाब ने अपना नहरी सिस्टम ठीक कर लिया है और अब किसानों को धान की बुवाई के लिए पानी की कमी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार पाकिस्तान का पानी पंजाब को दे, तो हरियाणा को भी पानी मिल सकता है. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि पंजाब के पास एक बूंद भी फालतू पानी नहीं है और आप सरकार पानी की हर एक बूंद का हिसाब रख रही है. इसी के साथ मान ने बताया कि इस समय पौंग डैम और रणजीत सागर डैम में पानी की मात्रा सामान्य से काफी कम है. ऐसे में पंजाब सरकार सबसे पहले अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देगी.

हरियाणा में पानी की किल्लत का खतरा

अब धान का सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में पंजाब की इस कार्रवाई से हरियाणा में गर्मी के मौसम में पानी की कमी हो सकती है. केंद्रीय मंत्री ने इस मामले में अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर पंजाब और हरियाणा सरकारों को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हरियाणा के पानी में कटौती करने का अधिकार पंजाब के पास नहीं है.​

कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा कोई अहसान नहीं मांग रहा, बल्कि यह प्रदेश के हिस्से का पानी है, जो पंजाब सरकार को हर हाल में देना ही पड़ेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार द्वारा पानी की आपूर्ति में कटौती करना और हरियाणा सरकार का इस पर चुप रहना आपत्तिजनक है.

Published: 30 Apr, 2025 | 03:55 PM