गर्मी में मछलियों पर मंडराने लगता है संकट, वक्त रहते कदम न उठाए तो होगा भारी नुकसान

गर्मी बढ़ने से तालाबों का तापमान 31 डिग्री के पार पहुंच रहा है, जिससे मछलियों की जान को खतरा है. अगर वक्त रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो मछली पालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

नोएडा | Updated On: 27 Jun, 2025 | 07:19 PM

अभी अप्रैल की शुरुआत ही हुई है, लेकिन भारत के कई हिस्सों में पारा 35 डिग्री के पार पहुंच चुका है. ऐसे में किसानों और खासकर मछली पालकों के लिए चिंता बढ़ गई है. क्योंकि आने वाले मई-जून में यह तापमान और चढ़ेगा, जिससे तालाबों में मछलियों की जान पर बन सकती है. देखा जाए तो पिछले कुछ सालों में यूपी, बिहार, झारखंड, एमपी और हरियाणा जैसे राज्यों में गर्मियों के दौरान एक साथ सैकड़ों से लेकर हजारों मछलियों की मौत के मामले सामने आए हैं. सबसे बड़ा खतरा दोपहर के समय होता है जब सूरज की तपिश से तालाबों का पानी ज्यादा गर्म हो जाता है. चलिए जानते है ऐसा क्यों होता है और इससे बचने क्या उपाय हैं?

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

विशेषज्ञों की मानें तो अगर पानी का तापमान 31 डिग्री से ऊपर चला गया तो रोहू, कतला और मृगल जैसी मछलियों की सांसें उखड़ने लगती हैं और एक साथ सैकड़ों-हजारों मछलियां मर सकती हैं. यूपी, बिहार, एमपी, झारखंड और हरियाणा जैसे राज्यों में गर्मियों में ऐसा होते देखा गया है. उनका मानना है की तालाब में मौजूद एल्गी यानी फाइटोप्लैंकटन जब तेज गर्मी में नष्ट होने लगते हैं तो ऑक्सीजन बननी बंद हो जाती है. यही मछलियों के लिए जानलेवा साबित होता है.

गर्मी से मछलियों को कैसे बचाएं?

विशेषज्ञ और एक्सपर्ट्स ने मछली पालकों को कुछ अहम सुझाव दिए हैं-

तैयारी ही बचाव है

गर्मी अभी शुरू हुई है और अगर अभी से तैयारी नहीं की गई तो मई-जून में भारी नुकसान हो सकता है. एक छोटी सी चूक मछली पालक की महीनों की मेहनत को बर्बाद कर सकती है. इसलिए तालाब में बदलाव करें, सलाह मानें और गर्मी से पहले अपने पालन तंत्र को तैयार करें. तभी जाकर गर्मियों में भी आमदनी बनी रहेगी.

Published: 27 Jun, 2025 | 08:40 PM

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