3000 रुपये किलो वाला लैक्टोज फ्री बकरी का घी, क्यों बन रहा है सेहत का नया खजाना?

बकरी के दूध से बना लैक्टोज फ्री घी अब सेहत के दीवानों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. 1500 से 3000 रुपये प्रति किलो की कीमत में यह घी पोषण का खजाना बनकर उभर रहा है, जो पाचन से लेकर इम्युनिटी तक के फायदे देता है.

नई दिल्ली | Published: 3 May, 2025 | 02:16 PM

गाय और भैंस के घी को अब सेहत के दीवानों ने पीछे छोड़ दिया है. वजह है बकरी के दूध से बना लैक्टोज फ्री घी, जो न सिर्फ सुपाच्य है, बल्कि पोषण का भी खाजाना है. यह घी विटामिन ए, डी, ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यही नहीं, इसकी खास बात यह है कि इसे पैलियो डाइट वाले लोग भी ले सकते हैं. कीमत भले ही 1500 से 3000 रुपये प्रति किलो है, लेकिन इसके फायदे शरीर की इम्युनिटी से लेकर पाचन तक हर जगह असर छोड़ते हैं.

सेहत के लिए दोहरी ताकत

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान मे डॉ. अर्चना बत्रा बताती हैं बकरी के दूध से बना घी लैक्टोज फ्री होता है. यानी लैक्टोज इनटॉलरेंस से जूझ रहे लोग भी इसे बिना हिचक खा सकते हैं. यह घी दो अहम सेहतमंद फायदे देता है. पहला, यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है और दूसरा, यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसमें मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे हेल्दी फैट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल को संतुलन में रखते हैं.

पोषक तत्वों का खजाना

डॉक्टर अर्चाना ने बताया कि 100 ग्राम बकरी के घी में लगभग 900 किलो कैलोरी ऊर्जा, 99 ग्राम स्वस्थ वसा और 250 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन डी, ई, के, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे जरूरी पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इतना ही नहीं इसमें मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर और पोटैशियम जैसे मिनरल्स भी इसमें पाए जाते हैं, जो शरीर में पोषण की कमी को दूर करने में सहायक माने जाते हैं.

बकरी के घी के 5 बड़े फायदे

गाय-भैंस से कहां अलग है बकरी का घी?

गाय का घी जहां पूरे स्वास्थ्य में सहायक है, वहीं भैंस का घी ताकत और वजन बढ़ाने के लिए उपयुक्त माना जाता है. लेकिन बकरी के दूध का घी इन दोनों से कहीं आगे निकलता है. क्योंकि यह पाचन, प्रतिरक्षा, हड्डी और दिमाग की सेहत को एक साथ सुधारता है.

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